2- पाक ने हाजिफ पर कसा शिकंजा
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हमले के बाद भारत समेत कई देशों ने पाकिस्तान पर आंतक की फंडिंग और पनाह देना बंद करने का दबाव बनाया है। अलग पड़ने के डर से पाकिस्तान ने एक दिखावे की कार्रवाई करने का फैसला किया है और वैश्विक आतंकी हाफिज सईद के संगठन जमात-उद-दावा और फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन पर बैन दोबारा लागू कर दिया। अब आतंकी हाफिज सईद इस फैसले को चुनौती देने की बात कही है। इस फैसले पर नाराजगी जाहिर करते हुए हाफिज सईद ने कहा कि उसपर और उसके संगठन पर लगाए गए बैन के खिलाफ वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लड़ाई लड़ेंगे। हाफिज सईद इस बैन के खिलाफ लड़ाई जारी रखने का ऐलान किया है। सईद ने सीधे तौर पर सरकार को चुनौती देने की बात कही है।
3- पुलवामा हमले को लेकर पाकिस्तान की सेना ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस
पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तानी सेना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भारत पर निशाना साधा। पाकिस्तान सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने कहा कि पुलवामा को लेकर भारत ने इल्जाम लगाए उसपर पाकिस्तान ने जांच की। जांच में पाया गया कि भारत ने बिना सबूत पाकिस्तान पर इल्जाम लगा दिए । इस दौरान पाक सेना ने भारत पर पाकिस्तान में आतंकवाद फैलाने का आरोप लगा दिया। साथ ही कहा कि पाकिस्तान में बड़ी इवेंट के वक्त ही भारत दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है। पाकिस्तान में 8 बड़े कार्यक्रम होने हैं। सेना ने कहा कि चुनाव से पहले ऐसी घटनाएं होती हैं। हमें इस घटना से कोई फायदा नहीं पहुंचा।
4- पीएम मोदी दक्षिण कोरिया में सियोल शांति पुरस्कार से सम्मानित
दक्षिण कोरिया दौरे के दूसरे दिन पीएम मोदी को सियोल शांति पुरस्कार से नवाजा गया। इस पुरस्कार से सम्मानित होने वाले प्रधानमंत्री मोदी पहले भारतीय व्यक्ति हैं। पुरस्कार लेने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ दुनिया को एक होने की जरूरत है। इससे पहले पीएम मोदी ने पुलवामा हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि दी। वहीं पीएम मोदी ने दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन से भी मुलाकात की।
5- पुलवामा हमले को लेकर राजनाथ सिंह का बड़ा बयान
पुलवामा आतंकी हमले पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बड़ा बयान दिया है। राजनाथ ने कहा कि पाकिस्तान का हुक्का-पानी बंद होने से हमें संतोष नहीं है, अभी यह सिर्फ शुरुआत है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के बयान पर उन्होंने कहा कि पुलवामा हमले के बाद जिस पीएम ने हमारे शहीद जवानों के प्रति श्रद्धांजलि तक अर्पित न की हो, वह आतंकवाद पर भारत के साथ क्या बातचीत करेगा, अब बातचीत का वक्त निकल चुका है।