नारियल फेंकने पर भी एनजीटी को ऐतराज
बुधवार को अमरनाथ यात्रा पर सुनवाई करते हुए एनजीटी ने अमरनाथ श्राइन बोर्ड से कहा कि गुफा के पूरे इलाके को साइलेंट जोन घोषित किया जाए। इसके साथ ही गुफा के आसपास पूजा के रुप में चढ़ाए जाने वाली चीजों और नारियल फेंकने पर भी एनजीटी ने आपत्ति जताई है। इससे गुफा को बर्फीली वादियों में होने वाले हिमस्खलन से भी बचाया जा सकता है।
श्राइन बोर्ड से एनजीटी ने मांगी रिपोर्ट
एनजीटी ने श्रद्धालुओं की मूलभूत सुविधाओं के लिए एक कमेटी भी गठित करने को कहा है। यह कमेटी जांच के बाद मंदिर के आस-पास पानी की स्वच्छता, उचित मार्ग मुहैया कराने जैसी कई महत्वपूर्ण पहलुओं पर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। एनजीटी ने दिसंबर के पहले हफ्ते में स्टेटस रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं।
एक दिन में 50 हजार लोग करेंगे वैष्णो देवी दर्शन
बता दें कि इससे पहले सोमवार को वैष्णो देवी तीर्थ यात्रियों की संख्या को लेकर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने बड़ा फैसला सुनाया है। एनजीटी ने अपने फैसले में कहा कि हर रोजाना सिर्फ 50 हजार लोग ही वैष्णो देवी के दर्शन कर सकते हैं। अगर श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती है तो उन्हें कटरा या अर्धकुवांरी में ही रोक दिया जाएगा। इन लोगों को अगले दिन दर्शन का मौका मिलेगा। कोर्ट ने कहा कि मां वैष्णो देवी दरबार में 50 हजार लोगों की ही क्षमता है और इससे अधिक लोगों के वहां जाने की इजाजत देना खतरनाक हो सकता है। जिसकी वजह से यह रोक जरुरी है।
मंदिर के आसपास निर्माण काम पर रोक
श्रद्धालुओं की संख्या कम करने के साथ ही इसके साथ ही एनजीटी ने वैष्णो देवी मंदिर के आस पास चल रहे निर्माण कार्यों पर तुरंत रोक लगाने का आदेश दिया है। हालांकि अभी इस बात की जानकारी नहीं मिल पाई है कि यह दोनों रोक तबतक लागू रहेगी।