दिल्ली में दीपावली के दौरान एक्यूआई 319 रहा तो 24 घंटे में भोपाल में छू गया 317 का आंकड़ा
इमरजेंसी जैसे हालात: एनजीटी
आपको बता दें कि एनजीटी ने कहा कि प्रदूषण के कारण दिल्ली और आस-पास के राज्यों में इमरजेंसी जैसे हालात बन गए हैं। इसलिए यह जरूरी हो गया है कि इस मामले में जल्द सुनवाई की जाए और प्रदूषण पर नियंत्रण लगाने के उपाय किए जाए। बता दें कि एनजीटी कोर्ट दिल्ली और पड़ोसी राज्यों में किसानों द्वारा पराली जलाने से बढ़ रहे प्रदूषण पर लगाम लगाने वाली याचिका की सुनवाई करते हुए ये बातें कही। इससे पहले एनजीटी कोर्ट ने पराली जलाने से रोकने के लिए कई तरह के दिशा-निर्देश राज्य सरकारों को जारी कर चुका है, लेकिन पंजाब, हरियाणा और दिल्ली समेत अन्य राज्यों ने इसका पालन अबतक नहीं किया है। जिसका परिणाम यह हुआ कि दिन-ब-दिन प्रदूषण बढ़ता ही चला गया। सुनवाई के दौरान कृषि मंत्रालय और केंद्र सरकार की ओर से किए गए प्रयासों पर एनजीटी ने नाखुशी जाहिर की और कहा कि जो भी प्रयास किए गए उससे कुछ भी फायदा नहीं हुआ। समस्या वहीं की वहीं है और आम लोगों को प्रदूषण झेलना पड़ रहा है।
VIDEO: दिल्ली में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर, ट्रकों के प्रवेश पर पाबंदी 12 नवंबर तक बढ़ी
15 नवंबर को दोबारा होगी सुनवाई
आपको बता दें कि इस मामले को लेकर एनजीटी 15 नवंबर को अगली सुनवाई करेगा। इस दौरान पांच राज्यों को यह बताना होगा कि प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए कौन-कौन से उपाय अबतक किए गए। इसके अलावे यदि आने वाले समय में हवा की गुणवत्ता मौजूदा समय से ज्यादा खराब होती है तो उससे निजात पाने के लिए क्या योजना है।