एनआईए की दिल्ली टीम ने पटना के एनआईए कोर्ट में गुरुवार को यह चार्जशीट दायर किया है। गौरतलब है कि आतंकियों ने 19 जनवरी, 2018 को बोधगया में कालचक्र मैदान के पास 2 बम प्लांट किए थे। मैदान से एक आईईडी बम भी बरामद किया गया था। यह बम प्लांट उस वक्त किया गया था, जब तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा महाबोधि मंदिर में पूजा करने और कालचक्र मैदान में प्रवचन करने के लिए बोधगया प्रवास पर थे। इतना ही नहीं आतंकियों ने कालचक्र मैदान के पास स्थित शौचालय में भी जिंदा बम रखा था, जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया था। एसएसपी राजीव कुमार मिश्रा ने बताया कि एनआईए की टीम के द्वारा पूर्व में गिरफ्तार किए गए आतंकी के निशानदेही पर ये बम बरामद हुआ।
सीसीटीवी के आधार के 4 बमों को देखा जा रहा था जिसके बाद एनआईए की टीम ने पकड़े गये आतंकियों से कड़ी पूछताछ की। पूछताछ के बाद चौथे बम को प्लांट करने की बात को आतंकियों ने कबूला जिसके बाद उसे कड़ी सुरक्षा के बीच बोधगया लाया गया। एसएसपी के मुताबिक आतंकी मोहमद उमर ने एनआईए के अधिकारियों को उस जगह को बताया जहां पर बम को प्लांट किया गया था जिसके बाद सुरक्षा एजेंसी के अधिकारियों ने समय रहते बम को वहां से बरामद किया।इस घटना के बाद से सुरक्षा एजेंसियां एक बार फिर से अलर्ट मोड पर हैं।
आपको बता दें कि फिलहाल इस केस की जांच एनआईए की टीम कर रही है। हालांकि, इस मामले में अब तक ज्यादा खुलासा नहीं हुआ है। एनआईए टीम के मुताबिक, जांच के बाद ही इस मामले की सारी सच्चाई सामने आ सकती है।