दरअसल, केस की सुनवाई के दौरान निर्भया के दोषियों के वकील एपी सिंह ने दावा किया कि तिहाड़ जेल प्रशासन ने विनय को धीमा जहर दिया है। उन्होंने यहां तक कहा कि धीमा जहर देने के कारण विनय की तबीयत भी बिगड़ी थी और उसे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। एपी सिंह ने कहा कि उन्हें अब तक मेडिकल रिपोर्ट नहीं मिली है। हालांकि, तिहाड़ जेल प्रशासन ने विनय की डायरी और पेटिंग उन्हें सौंप दी है। कोर्ट ने याचिका का निपटारा कर दिया और कहा कि सभी दस्तावेज सौंप दिए गए हैं, किसी नए निर्देश की जरूरत नहीं।
बताया जा रहा है कि निर्भया चार दोषियों में एक दोषी विनय ने जेल में रहते हुए एक डायरी लिखी है। सरकारी पक्ष के वकील का कहना है कि विनय ने इस डायरी का नाम ‘दरिंदा डायरी’ रखा है। इसके अलावा विनय ने जेल के अंदर पेंटिंग भी बनाए हैं। सुनवाई के दौरान जेल प्रशासन ने कोर्ट के समक्ष डायरी और पेंटिंग दोनों पेश की। सरकारी वकील ने कहा कि दोषी के वकील को पेंटिंग और डायरी सौंपने के लिए तैयार हैं और उनके पास इसके अलावा और कोई दस्तावेज नहीं है। सुनवाई के दौरान दोषियों के वकील एपी सिंह ने कहा कि दोषी विनय की स्थिति अभी भी अच्छी नहीं है। उन्होंने कहा कि अभी सभी दोषियों को जेल 3 में शिफ्ट किया गया है, जो रिकॉर्ड हमको चाहिए वह जेल 4 और 2 में है। ये रेकॉर्ड्स क्यों नहीं देना चाह रहे हैं, पता नहीं। 27 मई, 2013 का मेडिकल डॉक्युमेंट्स चहिए। विनय का भी मेडिकल डॉक्युमेंट्स चहिए। यहां आपको यह भी बता दें कि जेल प्रशासन ने सभी दोषियों पर निगरानी बढ़ा दी है। इतना ही नहीं दोषियों के टॉयलेट जाने के दौरान भी उनपर नजर रखा जा रहा है।