फांसी नहीं महिलाओं का हो सम्मान
लोगों ने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया दी, निर्भया के दोषियों को सजा मिल गई, लेकिन निर्भया को अभी इंसाफ नहीं मिला है। निर्भया को सही इंसाफ तब मिलेगा जब हर पुरुष महिलाओं को सम्मान करें।
अन्य मामलों में भी जल्द हो फैसला
इसके साथ ही लोगों का यह भी कहना है कि देश में अन्य कई रेप के मामले में लंबित चल रहे हैं। ऐसे में अब भी इंसाफ बाकी है।
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रातभर जागते रहे आरोपी
निर्भया के चारों दोषी रातभर जागते रहे। दोषी अक्षय कुमार, मुकेश सिंह, पवन गुप्ता और विनय शर्मा को फांसी के फंदे पर लटका दिया गया। जल्लाद पवन ने सूली पर लटकाया। फांसी देने के बाद तिहाड़ जेल के बाहर जश्न का माहौल दिखा। लोगों ने निर्भया जिंदाबाद, हर बेटी को न्याय मिले और भारत माता के नारे लगाते रहे।
पवन जल्लाद ने तोड़ा दादा का रिकाॅर्ड
पवन जल्लाद ( pawan Jallad ) के परिवार ने देश के बड़े मामलों में आरोपियों को फांसी पर लटकाया है। पवन का परिवार चार पीढ़ियों से फांसी देता आ रहा हैं। अंग्रेजों के समय पवन के परदादा लक्ष्मणराम ने जल्लाद काम शुरू किया था। पवन जल्लाद के दादा कालूराम ने एक साथ दो दोषियों को फांसी दी थी। इसी रिकाॅर्ड को पवन जल्लाद ने निर्भया के चारों दोषियों को फांसी पर लटका कर तोड़ा है।