दरअसल पटियाला हाउस कोर्ट ने इस मामले की सभी याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए 7 जनवरी को इसकी अंतिम सुनवाई की तारीख मुकर्रर की थी। पहाड़ों पर बन रहा है चक्रवाती तूफान का क्षेत्र, देश के इन राज्यों में फिर बढ़ेगी कड़ाके की सर्दी
जेएनयू में हिंसा पर बीजेपी नेता का विवादित बयान, विरोधियों ने खड़े किए सवाल क्यूरेटिव पिटीशन का दिया समय समाप्त
सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव पिटीशन का दिया गया समय भी समाप्त हो चुका है। ऐसे में 7 जनवरी का दिन सिर्फ दोषियों के लिए ही नहीं, बल्कि निर्भया के माता-पिता के साथ करोड़ों देशवासियों के लिए अहम होगा।
सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव पिटीशन का दिया गया समय भी समाप्त हो चुका है। ऐसे में 7 जनवरी का दिन सिर्फ दोषियों के लिए ही नहीं, बल्कि निर्भया के माता-पिता के साथ करोड़ों देशवासियों के लिए अहम होगा।
फांसी के लिए प्रशासन तैयार
निर्भया के दोषियों को फांसी देने के लिए प्रशासन ने अपनी ओर से तैयारियां पूरी कर ली हैं। तिहाड़ जेल में इन दोषियों को फांसी दी जानी है। इसके लिए जल्लाद पवन को भी पहले बता दिया गया है। उसने फांसी का फंदा भी तैयार कर लिया है।
निर्भया के दोषियों को फांसी देने के लिए प्रशासन ने अपनी ओर से तैयारियां पूरी कर ली हैं। तिहाड़ जेल में इन दोषियों को फांसी दी जानी है। इसके लिए जल्लाद पवन को भी पहले बता दिया गया है। उसने फांसी का फंदा भी तैयार कर लिया है।
इतना ही नहीं जेल प्रशासन ने फांसी को लेकर एक रिहर्सल भी की है, ताकि किसी भी तरह की कोई चूक ना रह जाए। चबूतरा बनाया गया
तिहाड़ जेल में चबूतरा बनाया गया और फांसी कैसे होगी, इसका ट्रायल किया गया। चारों दोषियों का मेडिकल चेकअप के अलावा दिन में दो बार काउंसलिंग भी की जा रही है।
तिहाड़ जेल में चबूतरा बनाया गया और फांसी कैसे होगी, इसका ट्रायल किया गया। चारों दोषियों का मेडिकल चेकअप के अलावा दिन में दो बार काउंसलिंग भी की जा रही है।
सीसीटीवी की निगरानी में दोषी
चारों की सुरक्षा कड़ी की गई, सीसीटीवी की निगरानी में रखा गया। चारों ने खाना-पीना किया कम, डॉक्टरों की टीम लगाई गई। यही रह गया विकल्प
निर्भया के दोषियों की फांसी में देरी के चलते उसके माता-पिता ने दिसम्बर में चारों दोषियों के खिलाफ डेथ वारंट के लिए पटियाला हाउस कोर्ट में याचिका दायर की थी, यहीं नहीं पुलिस ने भी उनकी फांसी की मांग की थी।
चारों की सुरक्षा कड़ी की गई, सीसीटीवी की निगरानी में रखा गया। चारों ने खाना-पीना किया कम, डॉक्टरों की टीम लगाई गई। यही रह गया विकल्प
निर्भया के दोषियों की फांसी में देरी के चलते उसके माता-पिता ने दिसम्बर में चारों दोषियों के खिलाफ डेथ वारंट के लिए पटियाला हाउस कोर्ट में याचिका दायर की थी, यहीं नहीं पुलिस ने भी उनकी फांसी की मांग की थी।
इसके बाद सुप्रीम कोर्ट में एक दोषी अक्षय ठाकुर की फांसी के खिलाफ दायर पुनर्विचार यचिका डाली, लेकिन वो खारिज हो गई, जिसके बाद पटियाला हाउस कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद डेथ वारंट पर अंतिम सुनवाई के लिए 7 जनवरी की तारीख तय की है।
हालांकि राष्ट्रपति के पास दया याचिका लंबित है। जबकि क्यूरेटिव पिटिशन का समय खत्म हो चुका है। ऐसे में निर्भया के माता-पिता को भी पूरी उम्मीद है कि 7 जनवरी को सुनवाई के दौरान माननीय कोर्ट चारों दोषियों की फांसी के लिए डेथ वारंट जारी कर देगा।
इतने दिन का मिलेगा वक्त
वारंट जारी होने के बाद दोषियों को 14 दिन का वक्त दिया जाएगा। ताकि वे सभी अपने सभी जरूरी काम खत्म कर सकें। इसमें अपनी वसीयत से लेकर परिजनों से मिलने तक के सभी पहलु शामिल रहेंगे।
वारंट जारी होने के बाद दोषियों को 14 दिन का वक्त दिया जाएगा। ताकि वे सभी अपने सभी जरूरी काम खत्म कर सकें। इसमें अपनी वसीयत से लेकर परिजनों से मिलने तक के सभी पहलु शामिल रहेंगे।