सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव पिटीशन का दिया गया समय भी समाप्त हो चुका है। ऐसे में 7 जनवरी का दिन सिर्फ दोषियों के लिए ही नहीं, बल्कि निर्भया के माता-पिता के साथ करोड़ों देशवासियों के लिए अहम होगा।
निर्भया के दोषियों को फांसी देने के लिए प्रशासन ने अपनी ओर से तैयारियां पूरी कर ली हैं। तिहाड़ जेल में इन दोषियों को फांसी दी जानी है। इसके लिए जल्लाद पवन को भी पहले बता दिया गया है। उसने फांसी का फंदा भी तैयार कर लिया है।
तिहाड़ जेल में चबूतरा बनाया गया और फांसी कैसे होगी, इसका ट्रायल किया गया। चारों दोषियों का मेडिकल चेकअप के अलावा दिन में दो बार काउंसलिंग भी की जा रही है।
चारों की सुरक्षा कड़ी की गई, सीसीटीवी की निगरानी में रखा गया। चारों ने खाना-पीना किया कम, डॉक्टरों की टीम लगाई गई। यही रह गया विकल्प
निर्भया के दोषियों की फांसी में देरी के चलते उसके माता-पिता ने दिसम्बर में चारों दोषियों के खिलाफ डेथ वारंट के लिए पटियाला हाउस कोर्ट में याचिका दायर की थी, यहीं नहीं पुलिस ने भी उनकी फांसी की मांग की थी।
वारंट जारी होने के बाद दोषियों को 14 दिन का वक्त दिया जाएगा। ताकि वे सभी अपने सभी जरूरी काम खत्म कर सकें। इसमें अपनी वसीयत से लेकर परिजनों से मिलने तक के सभी पहलु शामिल रहेंगे।