जानकारी के मुताबिक, निर्भया के दोषियों को फांसी पर लटकाने के लिए पवन जल्लाद मेरठ से तिहाड़ जेल पहुंच चुके हैं। यहां उन्होंने आज सुबह डमी फांसी दी, जो कामयाब रहा। तिहाड़ जेल प्रशासन का कहना है कि फांसी को लेकर हमने सारी तैयारियां पूरी कर ली है और अब बस 20 मार्च का इंतजार है। गौरतलब है कि इससे पहले दोषी अक्षय ने मंगलवार शाम राष्ट्रपति के पास दूसरी दया याचिका दायर की है। हालांकि, इस याचिका पर राष्ट्रपति की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
वहीं, दोषी पवन कुमार गुप्ता ने मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट के समक्ष एक और क्यूरेटिव पिटीशन दायर की है। इसमें यह दावा किया गया कि अपराध करने के समय वह नाबालिग था और इसलिए उसकी मौत की सजा को आजीवन कारावास में बदलना चाहिए। उधर, निर्भया के दोषियों के परिजनों ने राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु की मांग की है। जबकि, अक्षय की पत्नी पुनिया ने मंगलवार को फैमिली कोर्ट में तलाक की अर्जी डाली है। बताया जा राह है कि दोषी फांसी से बचने के लिए तरह-तरह के हथकंडे इस्तेमाल कर रहे हैं। अब देखना यह है कि 20 मार्च को निर्भया के दोषियों को फांसी होती है या फिर कुछ और मामला सामने आता है।