जानकारी के मुताबिक, तिहाड़ जेल प्रशासन ने जो पत्र लिखा है कि उसमें कहा गया है कि कोर्ट द्वारा जारी डेथ वारंट के आदेश पर सभी दोषियों को एक फरवरी को सुबह छह बजे फांसी पर लटकाया जाएगा। यदि वे चाहें तो दोषियों से अंतिम मुलाकात कर सकते हैं। हालांकि, तिहाड़ जेल प्रशासन को इस पत्र के बाद से किसी भी रिश्तेदार की ओर से अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है। इतना ही नहीं दोषियों के रिश्तेदारों ने अब तक कोई मांग भी नहीं की है। इधर, जेल प्रशासन को दोषियों को लेकर सबसी चिंता सुरक्षा की है।
बताया जा रहा है कि सुरक्षा के लिए जेल मेनुअल में फांसी की सजा पाए दोषियों के लिए निर्धारित सभी बातों पर अमल किया जा रहा है। दोषियों की सुरक्षा किस कदर बढ़ा दी गई है कि इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अब निर्भया के दोषियों के सेल को रोजाना बदला जा रहा है। इन्हें ऐसे सेल में रखा जा रहा है जहां बाहर मौजूद सुरक्षाकर्मी को इनके सेल का चप्पा-चप्पा आसानी से नजर आए। जिस सेल में इन्हें रखा जाता है, उस सेल की जांच खुद जेल उपाधीक्षक आकर करते हैं। जेल अधिकारियों का कहना है कि चारों दोषी को एक ही बैरक लेकिन अलग अलग सेलों में रखा गया है। इसके अलावा सभी दोषियों का हर दिन मेडिकल चेकअप भी किया जा रहा है। इतना ही नहीं दोषियों का वजन भी नियमित मापा जा रहा है।