जानकारी के मुताबिक, चारों दोषियों का लगातार बर्ताव बदल रहा है। लिहाजा, तिहाड़ जेल प्रशासन ने दोषियों पर निगरानी बढ़ा दी है। बताया जा रहा है कि प्रेशर में आकर दोषी खुद को कोई नुकसान नहीं पहुंचा ले इसलिए अब उन्हें कभी अकेला नहीं छोड़ा जा रहा है। जेल प्रशासन का कहना है कि कैदियों को टॉयलेट तक अकेले नहीं जाने दिया जा रहा है। दिन-रात उनपर निगरानी रखी जा रही है। इतना ही नहीं बार-बार उनके सेल्स को बदला जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कई बार चारों कैदी बेहद तनाव में नजर आते हैं। इसलिए, सुबह-शाम उनका मेडिकल चेकअप और वजन भी किया जा रहा है।
वहीं, कैदियों ने अभी तक अपनी अंतिम इच्छा तक नहीं बताई है। जेल प्रशासन ने कैदियों के परिजन को पत्र लिख कर कहा कि अगर कोई उनसे आखिरी बार मिलना चाहता है तो जेल से संपर्क कर लें। लेकिन, अब तक कोई जेल प्रशासन को कोई जवाब नहीं मिला है। इधर, फांसी का दिन तय होने के बाद से दोषियों का बर्ताव बदल गया है। मुकेश सिंह ने खुद को जेल के सेल में बंद कर लिया है। वहीं विनय शर्मा आक्रमक हो गया है। विनय इन दिनों बस एक रट लगाए हुए है कि उसे जेल नंबर 4 में बंद दोस्त से मिलने दिया जाए, जिससे कैद में रहने के दौरान उसकी दोस्ती हो गई है। हालांकि, पवन गुप्ता और अक्षय ठाकुर का बर्ताव लगभग पहले जैसा ही है।