इंसान के मूत्र का हो सकता सही इस्तेमाल
गडकरी ने कहा, ‘मनुष्य के मूत्र में बहुत सा नाइट्रोजन पाया जाता है। लेकिन इसका सही इस्तेमाल नहीं किया जाता पूरा का पूरा बेकार चला जाता है। उन्होंने कहा कि वेस्ट चीजों को वेल्थ चीजों में तब्दील करना उनका पैशन है। मेरा मानना है कि इस आइडिया पर काम करने से कोई नुकसान नहीं होगा। हमारे पास पहले ही फॉस्फोरस और पोटैशियम के ऑर्गनिक विकल्प मौजूद हैं। यदि हम इसमें नाइट्रोजन जोड़ते हैं तो इससे पौधों के विकास के लिए जरूरी तत्व मिल सकेंगे।’
गांवों से होगा ट्रायल गडकरी ने कहा कि यदि इस प्लान को लागू किया जाएगा तो किसानों को 10 लीटर के प्लास्टिक कैन में यूरिन एकत्र करना होगा और उसे तहसील केंद्र तक पहुंचना होगा। उन्होंने कहा, ‘ऐसे प्लास्टिक कैन सरकार की ओर से मुहैया कराए जाएंगे और प्रति लीटर यूरिन पर किसान को एक रुपया मिलेगा। यह ट्रायल गांवों से शुरू किया जा सकता है। इसके बाद एकत्र किए गए यूरिन को मेडिकल लैब में शुद्ध किया जाएगा ताकि इसे ऑर्गनिक फर्टिलाइजर के तौर पर इस्तेमाल किया जा सके।
यूरिया खाद की किल्लत गौरतलब है कि यूरिया खाद की देश में आए दिन किल्लत हो जाती है। सरकार को दूसरे देशों से महंगे दामों पर आयात करना पड़ता है।