आरजेडी नेता ने कहा कि जनादेश महागठबंधन के साथ था मगर चुनाव आयोग का परिणाम एनडीए के पक्ष में था। उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं हुआ है। 2015 में जब महागठबंधन बना था, तब भी वोट हमारे पक्ष में थे, लेकिन भाजपा ने सत्ता हासिल करने के लिए बैक डोर का सहारा लिया।
तेजस्वी ने कहा कि अगर नीतीश जी के पास थोड़ी भी नैतिकता बची है तो उन्हें साजिश करना बंद कर देना चाहिए। उन्हें लोगों के निर्णय का सम्मान करते हुए अपने पद से हट जाना चाहिए। इससे पहले उन्होंने राजनीति से संन्यास लेने की बात कही थी। राजनीति में अपने अंतिम दिनों के दौरान, उन्हें कुछ असभ्य नहीं करना चाहिए।
दोबारा से मतगणना हो तेजस्वी का कहना है कि चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है कि वह सभी उम्मीदवारों के संदेह को दूर करे। दोबारा से मतगणना कराए। इसके साथ इसकी रिकॉर्डिंग उनको दिखाई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि 2015 में नीतीश कुमार ने जनादेश का अपमान किया था।
दरअसल उन्हें कुर्सी प्यारी है यह लोग छल कपट से कुर्सी हासिल करते हैं। तेजस्वी ने कहा कि जनता ने हमारे द्वारा उठाए रोजगार के मुद्दे को स्वीकारा है। जनता के फैसले का हम पूरी तरह से सम्मान करते हैं। हम हारे नहीं बल्कि जीते हैं। इसके लिए वे धन्यवाद यात्रा भी निकालेंगे। वे बिहार के लोगों का आभार व्यक्त करते हैं।