जगन्नाथ पुरी मंदिर जाने वाले भक्तों के लिए कतार प्रणाली की शुरूआत के खिलाफ एक सामाजिक-सांस्कृतिक संगठन ने तीन अक्टूबर को बंद बुलाया था। 12 घंटे के बंद के दौरान हिंसा हुई। इस हिंसा में नौ पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। पुलिस द्वारा श्री जगन्नाथ सेना के संयोजक प्रियदर्शन पटनायक को एहतियातन हिरासत में लिये जाने के बाद संगठन की ओर से आयोजित बंद हिंसक हो गया। मंदिर से जुड़े लोगों ने बताया कि लाइन लगाकर दर्शन की व्यवस्था प्रायोग के तौर पर शुरू की गई थी और इसकी समीक्षा की जाएगी क्योंकि स्थानीय लोग और सेवादार इसका विरोध कर रहे हैं।