प्रदेश के सवा 4 करोड़ मतदाताओं को आगामी विधानसभा चुनाव से पहले नए स्मार्ट मतदाता पहचान पत्र बनवाने होंगे
जयपुर। प्रदेश के सवा 4 करोड़ मतदाताओं को आगामी विधानसभा चुनाव से पहले नए स्मार्ट मतदाता पहचान पत्र बनवाने होंगे। हालांकि राज्य में यह कार्ड मतदाताओं को करीब दो साल से जारी किए जा रहे हैं। लेकिन अभी नए मतदाताओं के ही बनाए जा रहे थे, लेकिन अब पुराने सभी मतदाताओं को जारी किए जाएंगे। इस संबंध में भारत निर्वाचन आयोग ने एक दिन पहले ही प्रदेश के निर्वाचन अधिकारियों को तैयारी करने के लिए कहा है।
सूत्रों के मुताबिक भारत निर्वाचन आयोग अब देशभर में स्मार्ट कार्ड के रूप में एटीएम की तर्ज पर रंगीन मतदाता पहचान पत्र जारी करने की तैयारी कर रहा है। ऐसे में जिन उपभोक्ताओं के पास पुराने ब्लैक एंड व्हाइट मतदाता पहचान पत्र हैं, उन्हें रंगीन कार्ड बनवाने होंगे। इसको लेकर राजस्थान में जल्द काम शुरू होगा। प्रदेश में विधानसभा चुनाव को दो साल हैं, ऐसे में अगले विधानसभा चुनाव तक सभी मतदाताओं को रंगीन पहचान पत्र जारी करने का लक्ष्य लेकर चला जा रहा है। बड़ी संख्या में मतदाताओं को कैसे कार्ड जारी किए जाएंगे। इसके लिए निर्वाचन अधिकारी अभियान का प्रारूप तैयार कर आयोग को भेजेंगे।
प्रदेश की स्थिति
वर्तमान में करीब 4.38 लाख मतदाता हैं। इनमें 1.10 लाख सर्विस वोटर भी शामिल हैं। इनमें पुरुष मतदाता 2.29 करोड़ और महिला मतदाता 2.07 करोड़ हैं। कुल मतदाताओं में से 99.71त्न के पास पहचान पत्र उपलब्ध हैं।
इसलिए पड़ी जरूरत
मतदान के दौरान गड़बडिय़ों पर अंकुश लगाने को लेकर आयोग कई प्रकार के प्रयोग कर रहा है। पुराने कार्डों में ब्लैक एंड व्हाइट फोटो होने से कई बार चेहरा पहचान करना भी मुश्किल होता है। इसको देखते हुए यह निर्णय किया गया है।
राज्य में सिर्फ 12 लाख के पास स्मार्ट कार्ड
राज्य में लेमिनेशन कर बनाए जाने वाले ब्लैक एण्ड व्हाइट मतदाता पहचान पत्र बनाने का काम दो साल पहले बंद कर सभी जिलों में नए मतदाताओं को एटीएम की तर्ज पर स्मार्ट कार्ड जारी करने शुरू कर दिया गया था। लेकिन पुराने पहचान पत्र वालों के लिए यह कार्ड बनवाना अनिवार्य नहीं होने से किसी नहीं बनवाया। ऐसे में अब तक करीब 12 लाख मतदाताओं के ही स्मार्ट कार्ड बन सके हैं।
देने होंगे रंगीन फोटो
राज्य में सभी मतदाताओं के नए रंगीन स्मार्ट कार्ड बनाना काफी मुश्किल भरा काम है। वर्तमान में बड़ी संख्या मे ऐसे मतदाता हैं, जिनके रिकॉर्ड में फोटो ही ब्लैक व्हाइट दिए हुए हैं। ऐसे में इन उपभोक्ताओं से रंगीन फोटो पुन: निर्वाचन विभाग को जुटाने होंगे।
सुनील सिंह सिसोदिया