घटना कोरुकोंडा ब्लॉक के तार्लाकोटा आवासीय विद्यालय की है। बच्चों की शिकायत है कि छात्रावास में बदइंतजामी के चलते उन्हें ठीक से खाना नहीं मिलता। भूखा रखा जाता है। बाकी सुविधाएं न के बराबर हैं। कुछ कहने पर पिटाई की जाती है।
सूत्रों का कहना है कि छात्रों को आए दिन रात का खाना नहीं दिया जाता है, जबकि सरकार से खाने पीने का पूरा बजट मिलता है। गुरुवार रात में भी ऐसा ही हुआ। तंग आकर छात्रों ने जिलाधिकारी से मिलकर उन्हें आपबीती सुनाने का निर्णय लिया।
इन छात्रों ने एकजुट होकर दीवार फांदकर निकलने की योजना बनाई। स्थानीय लोगों ने देख लिया कि छात्रों का एक झुंड पैदल जा रहा है। लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने रास्ते से ही उन्हें रोककर आटो से थाने पहुंचाया। वहां उन्हें स्नैक्स आदि दिया। बाद में उन्हें हॉस्टल तक छोड़ दिया। पुलिस की सूचना पर जिला कल्याण अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने स्कूल अधिकारियों और प्रिसिंपल को खरी-खोटी सुनाई। उन्होंने कड़ी कार्रवाई की भी बात कही है।