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दो सप्ताह बाद हो गई थी संक्रमित इसका इलाज करने वाले डॉक्टरों का कहना है कि नवजात बच्ची जन्म के दो सप्ताह बाद ही कोरोना से संक्रमित हो गई थी। इसके बाद बच्ची को कालाहांडी से भुवनेश्वर के एक अस्पताल में रेफर किया गया। यहां एक प्राइवेट अस्पताल वेंटिलेटर पर नवजात बच्ची को आईसीयू में रखा गया। हालत नाजुक होने के कारण बीते 10 दिन तक बच्ची वेंटिलेटर पर रही। Read more: Patrika Positive News: मिजोरम के विद्युत मंत्री ने अस्पताल में खुद लगाया पोछा, सोशल मीडिया पर हो रही तारीफ अब बच्ची पूरी तरह से ठीक है डॉक्टर अरिजीत महापात्रा का कहना है कि बच्ची का रेमडेसिविर, स्टेरॉयड और अलग-अलग किस्म के एंटीबायोटिक देकर इलाज किया गया। इस दौरान करीब तीन सप्ताह तक बच्ची का इलाज करा गया। अब बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ्य हो चुकी है। उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह किसी चमत्कार से कम नहीं है।