गंभीर और उमर अब्दुला के बीच ट्विटर वॉर गंभीर के इस ट्वीट पर और किसी ने तो बयान नहीं दिया, लेकिन जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुला ट्वीट का रिप्लाई करते हुए लिखा कि गंभीर को नक्शे पर मन्ना के घर का जिला भी नहीं पता होगा, लेकिन ये बात कर रहे हैं कि कश्मीर में एक युवा कैसे बंदूक उठा लेता है। उन्होंने आगे लिखा कि गंभीर को कश्मीर के बारे में उतना ही पता है, जितना मुझे क्रिकेट के बारे में। मुझे क्रिकेट के बारे में कुछ नहीं मालूम।
गौतम और अब्दुला ने एक दूसरे पर लगाए ‘गंभीर’ आरोप उमर अब्दुला के इस ट्वीट के बाद माहौल गरमा गया और गंभीर ने उन्हें टैग करते हुए फिर एक ट्वीट किया। इस बार गंभीर ने ट्वीट में लिखा कि आप नक्शे के बारे में बात मत ही करो, आपने तो कश्मीर को पाकिस्तान के नक्शे में जोड़ने में बहुत मेहनत की है। आप बताओ कि आपने और आपके साथी नेताओं ने कश्मीरी युवा के लिए किया ही क्या है? इसके जवाब में उमर ने लिखा कि हाल ही में मेरी पार्टी के दो साथियों कि आतंकियों ने हत्या कर दी थी। साल 1988 से अब तक पार्टी के हजार से अधिक कार्यकर्ता मारे जा चुके हैं। मैं राष्ट्रवाद और बलिदान पर आपसे बहस नहीं करना चाहता, जिसको इसका अर्थ ही न पता हो। इस पर गंभीर ने ट्वीट किया कि उमर अब्दुल्ला जी आप अकेले नहीं है, आप जैसे अधिकांश राजनेता हैं, जिन्हें शीशा देखने की आदत नहीं है। यही कारण है कि आज देश में खून बह रहा है। राष्ट्रवाद और बलिदान को वास्तविक चरित्र के पुरुषों की आवश्यकता है, न कि आप जैसे दिखावटी लोगों की, जिनका दिखावटी प्रेम सोशल मीडिया के 280 शब्दों की लिमिट में सीमित है।