डीएम अभिजित चौधरी का कहना है कि परिवार के चार सदस्य सऊदी अरब से लौटे थे, जो कोरोना संक्रमित थे। उनका पूरा परिवार छोटे से एरिया में रहता है। 23 मार्च को चार लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई थी। ठीक एक हफ्ते बाद परिवार के 21 और सदस्य कोरोना से संक्रमति हो गए। सभी लोगों को सांगली के आइसोलेशन सेंटर में भर्ती किया गया और उनका इलाज चल रहा है। फिलहाल, उनकी हालत अभी स्थिर है।
जिले के सरकारी सर्जन सी एस सालुनखे का कहना है कि सभी मरीज एक ही परिवार से हैं और सभी साथ रहते थे। उन्होंने कहा कि परिवार के अलावा दूसरे संपर्क संक्रमित नहीं हुए हैं इसलिए सामुदायिक संक्रमण से अभी इनकार किया जाता है। गौरतलब है कि महाराष्ट्र में स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। यहां कोरोना संक्रमितों का आकंड़ा 200 के पार पहुंच चुका है, जबकि मरने वालों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। उद्धव सरकार ने लॉकडाउन के नियमों को सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए हैं। हालांकि, इसके बावजूद नियमों का उल्लंघन हो रहा है। महाराष्ट्र से एक मालवाहक वाहनों में सवार होकर बंद के दौरान बाहर निकलने की कोशिश करने वाले 130 से ज्यादा श्रमिकों और दो परिवारों के 13 सदस्यों को ऐसा करने से रोका गया। इतना ही नहीं इस संबंध में पांच चालकों को गिरफ्तार भी किया गया है।