पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। अभी तक खदान से चार मजदूरों के शव निकाले जा चुके हैं। इससे पहले बीते 25 फरवरी को भी एक नरकंकाल खदान से निकाला गया था। उस शव की शिनाख्त नहीं हो सकी थी।
आपको बता दें कि पूर्वी जयंतिया हिल्स के साइपुंग थाना अंतर्गत कसान गांव की एक अवैध कोयला खदान में 15 मजदूर फंस गए थे। ये मजदूर बीते 13 दिसंबर से यहां फंसे हुए हैं।
– करीब 2 महीने से ज्यादा मजदूरों को फंसे हो गए हैं, ऐसे में उनके जिंदा रहने की संभावनाएं बहुत ही कम हैं। उन्हें बाहर निकालने के लिए भारतीय नौसेना, एनडीआरएफ और ओडिशा दमकल विभाग की टीमें लगी हुई हैं। ये खदान करीब 370 फुट गहरी है। अभी भी सभी मजदूरों को बाहर निकाले जाने का काम जारी है।
– रेस्क्यू ऑपरेशन पर सुप्रीम कोर्ट की भी नजर बनी हुई है। ये मामला सुप्रीम कोर्ट भी पहुंचा था। कोर्ट ने कहा था कि राहत-बचाव का काम तेजी से जारी रखा जाए। राज्य सरकार ने खदान में फंसे मजदूरों के परिवार को एक-एक लाख रुपये की अंतरिम राहत दी थी।