2- सिद्धारमैया vs शिवकुमार: कर्नाटक CM की रेस में कौन कितना मजबूत?
कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद के लिए सिद्धारमैया और शिवकुमार को प्रबल दावेदार माना जा रहा है। डी के शिवकुमार कर्नाटक के प्रदेश अध्यक्ष हैं, तो वहीं पूर्व सीएम सिद्धारमैया कर्नाटक के बड़े नेता माने जाते हैं। ऐसे में पार्टी को दोनों में से एक को चुनना काफी मुश्किल होगा। चलिए जानते हैं क्या है सिद्धरमैया और डीके शिवकुमार का मजबूत और कमजोर पक्ष…
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3- वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष बढ़ा रहे कांग्रेस की टेंशन! जानिए अंदर की कहानी
कर्नाटक में सरकार बनाने की तैयारियों के बीच सोमवार 15 मई को कर्नाटक वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शफी सादी ने कांग्रेस के सामने एक ऐसी मांग रख दी, जिससे सियासी उलझन और बढ़ गई है। दरअसल कर्नाटक वक्फ बोर्ड Karnataka Waqf board के अध्यक्ष शफी सादी Shafi Sadi ने डिप्टी सीएम के साथ-साथ पांच अहम मंत्रालयों पर मुस्लिम समुदाय का दावा ठोका है। आइए जानते हैं इस मांग की अंदर की कहानी-
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4- कर्नाटक में CM तय करने के दो फॉर्मूले चर्चा में
कर्नाटक सीएम पद के लिए उपयुक्त व्यक्ति का चुनाव करना कांग्रेस के लिए बहुत टेढ़ा काम हो गया है। आलाकमान किसी को भी नाराज नहीं करना चाह रहा है। न तो सिद्धारमैया को, न ही डीके शिवकुमार को। अब सबकी मंशा है कि, ऐसा कोई फार्मूला निकले जिससे दोनों खुश हो जाएं। हालांकि चर्चा में है कि पर्ची से फैसला कर लिया जाए। वहीं ये भी सुझाव आया है कि सीएम कार्यकाल को दो हिस्से में बांट दिया जाए।
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5- जल्द मिलेगा नया CM, सुरजेवाला ने कहा – खरगे ज्यादा वक्त नहीं लेंगे
CLP ने सर्वसम्मति से कांग्रेस विधायक दल के नेता के चयन का फैसला AICC अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पर छोड़ने का निर्णय किया। ऐसी संभावना है कि सिद्दारमैया व डी.के. शिवकुमार सोमवार को दिल्ली आएंगे। वहीं इस बीच, कांग्रेस नेता और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के कर्नाटक प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा है कि पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे ज्यादा वक्त नहीं लेंगे। वे जल्द ही कर्नाटक के अगले मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा करेंगे। मुझे विश्वास है कि वो मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा करने में ज्यादा वक्त नहीं लेंगे।
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6- कांग्रेस का चाणक्य : सुनील कानुगोलू, जिसने कर्नाटक में सत्ता दिलाई
कांग्रेस को कर्नाटक में प्रचंड जीत हासिल हुई है। इस जीत का श्रेय सुनील कानुगोलू के खाते में जाता है। जिन्होनें दिन-रात कर्नाटक में कांग्रेस को विजय दिलाने के लिए रणनीतियां बनाई।यह जानकर आपको आश्चर्य होगा कि सुनील कानुगोलु मशहूर रणनीतिकार प्रशांत किशोर के साथ भी काफी लंबे समय तक काम कर चुके हैं। जानिए सुनील कानुगोलू कौन हैं ?
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7- जानें कर्नाटक की 10 VIP सीटों का हाल
‘दक्षिण का द्वार’ कहलाने वाले कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के लिए 10 मई को 73.19 प्रतिशत मतदान हुआ था। वोटिंग के बाद अब नतीजे आ गए हैं। यहां जानिए 10 VIP सीटों का हाल।
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8- कर्नाटक के सबसे अमीर उम्मीदवार को भी मिली हार
कर्नाटक के होसकोटे सीट से उतरे बीजेपी के प्रत्याशी एमडीबी नागराज को कांग्रेस के शरथ बचेगौड़ा ने भारी अंतर से हरा दिया है। एमटीबी नागराज इस विधानसभा चुनाव में राज्य के सबसे अमीर प्रत्याशी के तौर पर उतरे थे। इलेक्शन कमिशन को दिए हलफनामे में उन्होंने अपनी कुल संपत्ति 1912 करोड़ बताई थी। चुनाव के दौरान नागराज को प्रधानमंत्री मोदी का भी खूब साथ मिला था, लेकिन कांग्रेस की आंधी में मोदी जी का साथ भी इनके काम नहीं आया। नागराज को हराने वाले शरथ पूर्व बीजेपी सांसद के बेटे हैं।
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9- कर्नाटक में कांग्रेस की जीत के 5 कारण, कैसे फेल हुई BJP की रणनीति?
नतीजों से उत्साहित कांग्रेस अब राज्य में पूर्ण बहुमत के साथ स्थायी सरकार बनाने की कवायद में जुटी है। कर्नाटक में कांग्रेस की जीत देश की सियासी दिशा को बदलने वाली है। भाजपा के ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ के नारे के बीच 2024 लोकसभा चुनाव से पहले कर्नाटक में मिली जीत कांग्रेस के लिए संजीवनी जैसा काम करेगी। 2024 के लोकसभा चुनाव में थर्ट फ्रंड बनाने की कोशिश में जुटे विपक्षी दलों के लिए अब कांग्रेस को इग्नोर करना मुश्किल होगा।
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10- भाजपा की वो 10 गलतियां जिसने ‘भगवा’ को दक्षिण से किया Out
2024 के लोकसभा चुनाव से पहले आज भाजपा को कर्नाटक में बड़ा झटका लगा है। नतीजे बता रहे है कि पिछली बार की तुलना में भाजपा को कर्नाटक में 41 सीटों का नुकसान उठाना पड़ा है। जबकि कांग्रेस 2018 की तुलना में 57 सीटों पर आगे रही है। कांग्रेस की जीत और भाजपा की हार के बाद अब नतीजों के विश्लेषण का समय है। भाजपा की हार के कारण तलाशे जा रहे हैं। आइए जानते हैं भाजपा की हार के10 प्रमुख कारणों को-