हैदराबाद। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने सिमी के कथित आठ कार्यकर्ताओं के भोपाल सेंट्रल जेल से भागने और उसके बाद पुलिस मुठभेड़ में उनके मारे जाने की घटना की सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश से जांच कराने की मांग की है। हैदराबाद के सांसद ओवैसी ने कहा कि मध्य प्रदेश के गृह मंत्री तथा पुलिस ने घटना के बारे में जो कहानी बयान की है, वह किसी तर्कसंगत शख्स के गले नहीं उतरती। उन्होंने कहा कि सच्चाई सामने लाने के लिए सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश द्वारा इसकी जांच जरूरी है।
स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) के कार्यकर्ताओं के जेल से भागने और मुठभेड़ में उनके मारे जाने की पूरी घटना को उन्होंने ‘बेहद आश्चर्यजनक’ व ‘चौंकाने वाला’ करार दिया। एआईएमआईएम प्रमुख ने कहा कि यह बेहद हैरान करने वाली बात है कि जेल से भागे इन कैदियों ने शरीर पर पूरे कपड़े, पैरों में जूते, कलाइयों पर घडिय़ां व बैंड पहन रखे थे। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ये चीजें मुकदमे का सामना कर रहे कैदियों को नहीं दी जाती हैं। केवल जांच से इस बात का खुलासा हो सकता है कि उन्होंने ये चीजें कहां से पाईं।
ओवैसी ने कहा कि मध्य प्रदेश के गृह मंत्री व पुलिस अधिकारियों ने जो बातें कही हैं, उनमें भारी विसंगतियां हैं। गृह मंत्री ने बयान में कहा है कि जेल से भागे इन कैदियों के पास हथियार के रूप में करछी (बड़े आकार के चम्मच) थी। उन्होंने कहा कि आतंकवाद निरोधी दस्ता (एटीएस) उन्हें आसानी से काबू में कर गिरफ्तार कर सकता था।
उन्होंने कहा, एक सुरक्षाकर्मी की हत्या कर जेल से भागने वाले लोगों के पास केवल चम्मच था। किसी भी सामान्य व्यक्ति के लिए यह कहानी अविश्वसनीय है और यही कारण है कि मेरी राय से इस घटना की सही तरीके से स्वतंत्र रूप से जांच करानी चाहिए।
एआईएमआईएम प्रमुख ने कहा कि यह बात सामने लाने की जरूरत है कि एक उच्च सुरक्षा वाली जेल में एक सुरक्षाकर्मी को मारने के बाद ये आठ कैदी भागने में कैसे सफल हुए। साथ ही मुठभेड़ में उनके मारे जाने की घटना की भी जांच होनी चाहिए। विभिन्न घटनाओं में विचाराधीन कैदियों के मारे जाने की घटना पर चिंता जताते हुए सांसद ने कहा कि यह न्याय व्यवस्था के लिए चिंता करने वाली बात है।
उन्होंने यह भी कहा कि आतंकवाद से संबंधित सभी मुद्दों को समयबद्ध तरीके से निपटाने का यह माकूल समय है। ओवैसी ने कहा कि मध्य प्रदेश का मालवा पूरे देश में आतंकवाद का गढ़ है, जिसका हाथ मक्का मस्जिद, अजमेर, मोदासा तथा अन्य जगहों पर विस्फोट में था। उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी की हत्या की साजिश रचने वाले लोग भी इसी इलाके से आते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि मक्का मस्जिद विस्फोट मामले के मुख्य आरोपी रामजी कालसंगरा तथा दांगड़े को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है।