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स्वास्थ्य जागरूकता को लेकर समर्पित किया पूरा जीवनउनके निधन को लेकर आधिकारिक रूप से जानकारी दी गई। उनके ट्विटर हैंडल से इसकी जानकारी दी गई। इसमें कहा गया कि काफी दुख के साथ सूचित किया जा रहा है कि डॉ.केके अग्रवाल का 17 मई की रात 11.30 बजे के करीब कोरोना से लंबी लड़ाई के बाद निधन हो गया। डॉक्टरी के पेशे में आने के बाद उन्होंने अपना पूरा जीवन लोगों और स्वास्थ्य जागरूकता को लेकर समर्पित कर दिया था।
डॉ. केके अग्रवाल हार्ट केयर फाउंडेशन के अध्यक्ष थे। इससे पूर्व वे इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष रह चुके थे। वर्ष 2010 में चिकित्सा क्षेत्र में योगदान को लेकर भारत सरकार की तरफ से उन्हें पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
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1983 में एमएस की डिग्री हासिल की
केके अग्रवाल ने 1979 में नागपुर यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी की। इसके साथ उन्होंने इसी विश्वविद्यालय से 1983 में एमएस की डिग्री हासिल की थी। उन्होंने वैदिक दवाओं और आधुनिक दवाओं के मेल को लेकर अध्ययन किया। इस पर कई किताबें भी लिखी हैं। मेडिकल के क्षेत्र में अहम योगदान को लेकर अग्रवाल को डॉ.बीसी रॉय पुरस्कार से सम्मानित किया गया।