विविध भारत

पद्मावत विवाद में केंद्र सरकार नहीं देगी दखल, गृह मंत्रालय बोला- कानून व्यवस्था राज्य का जिम्मा

देशभर में करणी सेना की अराजकता के बीच आज संजय लीला भंसाली की विवादास्पद फिल्म पद्मावत सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है।

नई दिल्लीJan 25, 2018 / 04:14 pm

Chandra Prakash

नई दिल्ली। संजय लीला भंसाली की विवादास्पद फिल्म पद्मावत भारी विरोध के बीच आज देशभर के सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। हिंदी के साथ तमिल और तेलुगु भाषा में ये फिल्म देशभर के 7000 स्क्रीनों पर एकसाथ रिलीज हुई। देशभर में करणी सेना की हिंसा को देखते हुए मध्यप्रदेश, गुजरात, राजस्थान और गोवा में सिनेमाघर के मालिकों ने फिल्म नहीं दिखाने का निर्णय लिया है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट अपने आदेश में फिल्म पर किसी भी तरह की पाबंदी से इनकार करते हुए हरी झंडी दे चुकी है।
गृह मंत्रालय ने झाला पल्ला
पद्मावती को लेकर देशभर में हुई हिंसा पर केंद्रीय गृहमंत्रालय ने सीधे तौर पर दखल देने से इनकार कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक केंद्र ने कहा कि किसी भी राज्य ने केंद्रीय सुरक्षा बल नहीं मांगे हैं। ऐसे में कानून व्यवस्था का सारा जिम्मा राज्य सराकरों की ही है।

इस तरह विरोध करना गलत- RSS
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रवक्ता मनमोहन वैद्या ने कहा कि जब फिल्म पद्मावत को सेंसर बोर्ड से प्रमाणिक कर दिया, सुप्रीम कोर्ट ने रिलीज करने को हरी झंडी दे दी, ऐसे में विरोध करना उचित नहीं है। हर किसी को अपनी बात कहने का हक है, इस आधार पर आप शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात कह सकते हैं न कि हिंसात्मक तरीके से।

नालंदा में धारदार हथियार लेकर सड़क पर निकले प्रदर्शनकारी
बिहार के नालंदा में फिल्म पद्मावती के विरोध में हजारों लोग हाथ में तलवारें लेकर सड़कों पर निकल गए। करणी सेना के समर्थकों ने एंकरसराए, वेन और परवलपुर में धारदार हथियार लेकर रास्ता जाम कर दिया और दुकानें बंद करवाईं।
पटना में नहीें दिखाई गई फिल्म

पटना सहित राज्य के कई जगहों पर फिल्म के प्रदर्शित नहीं किए जाने से दर्शक निराश हैं। पटना के एक अधिकारी ने बताया कि पटना के किसी भी सिनेमाघर में ‘पद्मावत’ नहीं दिखाई जा रही है। पटना के सिनेमाघरों के मालिकों ने हंगामे और विरोध के डर से फिल्म की रिलीज के पहले दिन फिल्म को प्रदशिर्त ना करने का निर्णय लिया है। कई सिनेमाघर दर्शकों द्वारा पहले से की गई बुकिंग के पैसे भी लौटाते दिखे।
मोदी का 56 इंच का सीना सिर्फ मुसलमानों के लिए-ओवैसी
मजलिस इत्तेहादुल मुसलमीन (एमआईएम) के प्रमुख और लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने पद्मावत को लेकर केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला है। ओवैसी ने पीएम मोदी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री और उनकी पार्टी पद्मावती को लेकर दंगा कर रहे लोगों के प्रति समर्पित हो चुकी है। मोदी जी का सीना सिर्फ मुस्लिमों के लिए है। ओवीसी ने पीएम मोदी द्वारा कुछ दिन पहले दिए गए इंटरव्यू लेकर कहा कि बीजेपी पद्मावत पर ‘पकोड़ा’ पॉलिटिक्स कर रही है।
बनारस में विरोध में आत्मदाह की कोशिश
बनारस में संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत के रिलीज होने के साथ उसका विरोध भी शुरू हो गया है। गुरुवार को सिगरा थाना क्षेत्र के आईपी मॉल के सामने एक युवक ने मिट्टी का तेल छिड़क कर आत्मदाह का प्रयास किया है। पहले से तैनात पुलिस ने तुरंत ही युवक को पकड़ लिया है पुलिस ने एक महिला समेत तीन युवक को हिरासत में ले लिया है
धर्म को ठेस पहुंचाने वाली फिल्म नहीं बननी चाहिए- दिग्विजय सिंह
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी फिल्म का यह कहते हुए विरोध किया है कि तथ्यों से परे इतिहास को नहीं दिखाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा ‘किसी भी धर्म और जाति तथा ऐतिहासिक तथ्य से हटकर फिल्में नहीं बननी चाहिए। अगर इससे किसी जाति या धर्म को ठेस पहुंचती है तो वैसी फिल्में नहीं बननी चाहिए।’
अभिव्यक्ति की आजादी इतिहास से तोड़फोड़ नहीं कर सकता- वीके सिंह
जनरल वीके सिंह ने कहा कि जब चीजें सहमति से नहीं होती है तो वहां गड़बड़ी होती है। उन्होंने कहा ‘अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता इतिहास को तोडफ़ोड़ करने की इजाजत नहीं देती है। जो विरोध कर रहे हैं उनके साथ बैठकर इसको सुलझाया जाए। जब चीजें सहमति से नहीं होती हैं तो फिर उसमें गड़बड़ होती है।
करणी सेना के खिलाफ याचिका

सर्वोच्च न्यायालय 29 जनवरी को करणी सेना के सदस्यों के खिलाफ गुरुवार को ‘पद्मावत’ की रिलीज में बाधा डालने के लिए अवमानना की दो याचिकाओं पर सुनवाई करेगा। प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा, न्यायमूर्ति ए.एम. खानविलकर और न्यायमूर्ति डी.वाय. चंद्रचूड़ ने कहा कि याचिकाओं पर सोमवार को सुनवाई होगी।
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गुरुग्राम में धारा 144 लागू होने के बावजूद पद्मावत का
विरोध कर रहे लोगों ने जमकर उत्पात किया। गुरुग्राम के जीडी गोयनका वल्र्ड स्कूल बस पर प्रदर्शनकारियों ने हमला किया। करीब 60 उपद्रवियों ने बस को घेर लिया, उनके हाथों में डंडे थे। ड्राइवर ने बस नहीं रोकी तो उस पर पथराव किया गया। इस दौरान बस स्टाफ ने बच्चों को हमले से बचने के लिए सीटों के पीछे छिपने को कहा। ड्राइवर ने बच्चों की सेफ्टी को देखते हुए बस नहीं रोकी। गुरुग्राम पुलिस के पीआरओ रवींदर कुमार ने कहा, बस के शीशे टूटे हैं। शुक्र है किसी बच्चे को चोट नहीं आई।
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7 राज्यों में फैली आग
राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात, उत्तर प्रदेश और हरियाणा सहित करीब सात राज्यों में अराजकता की आग फैल गई। विरोध कर रही करणी सेना ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद फिल्म को किसी भी कीमत पर प्रदर्शित न होने देने की धमकी फिर दोहराई है। इस बीच प्रदर्शनकारियों ने कई सिनेमा हॉलों में हंगामा किया और वाहनों को आग लगा दी। कई जगह रोड जाम की। मप्र, राजस्थान, गुजरात, हरियाणा और गोवा में मल्टीप्लेक्स गुरुवार को फिल्म प्रदर्शित नहीं करेंगे। इससे फिल्म पर अघोषित ‘बैन’ लग गया है। विरोधी जहां सडक़ पर अराजकता फैला रहे हैं वहीं, सरकारें इनसे निपटने में लाचार दिख रही हैं। बेंगलूरू और रायपुर में फिल्म एक दिन पहले ही रिलीज कर दिया गया।

गुजरात में नहीं दिखाई जाएगी फिल्म
अहमदाबाद में बुधवार देर रात हुई आगजनी के बाद सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई है। इस बीच, गुजरात मल्टीप्लेक्स थिएटर एसोसिएशन ने फिल्म न दिखाने का फैसला किया है। एसोसिएशन अध्यक्ष मनूभाई पटेल ने कहा, राजपूत करणी सेना व थिएटर मालिकों के बीच जब तक समाधान नहीं हो जाता यह फिल्म गुजरात में किसी भी थिएटर में रिलीज नहीं की जाएगी।
छत्तीसगढ़ में रिलीज हुई फिल्म
रायपुर में पद्मावत के सात शो हुए। 2100 से ज्यादा लोगों ने रिलीज से पहले प्रीमियर शो देखा। वहीं, भिलार्ई में दो मल्टीप्लेक्स में चार शो हुए। सभी फुल रहे। इस दौरान क्षत्रिय समाज ने सूर्र्या मॉल के पीवीआर में फिल्म दिखाने का विरोध किया। नारेबाजी के बाद प्रदर्शनकारियों ने सांकेतिक गिरफ्तारी दी।
बिहार में सिनेमा हाल में तोड़फोड़
बिहार में बुधवार को अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा और करणी सेना के सदस्यों ने पटना में विरोध प्रदर्शन किया, वहीं नालंदा जिला मुख्यालय बिहारशरीफ में सिनेमा हॉल में तोडफ़ोड़ की गई। पटना के पाटलिपुत्र मैदान के पास अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा और करणी सेना के लोगों ने एक स्वाभिमान यात्रा निकाली, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया। इस मौके पर सभी सिनेमा हॉल मालिकों से अपने सिनेमा घरों में पद्मावत फिल्म प्रदर्शित नहीं करने की अपील की गई।
निर्देशक, कलाकारों के खिलाफ परिवाद
फिल्म पद्मावत के निर्देशक संजय लीला भंसाली, अभिनेता रणवीर सिंह , शाहिद कपूर व अभिनेत्री दीपिका पादुकोण के खिलाफ जबलपुर जिला कोर्ट में अपराधिक परिवाद दायर किया गया है। मामले की सुनवाई गुरुवार को न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम की कोर्ट में होगी।
बेंगलूरु में रिलीज हुई पद्मावत
पद्मावत बुधवार को बेंगलूरु के 8 मल्टीप्लेक्स और 4 सिंगल स्क्रीन टाकिज में रिलीज हुई। काफी संख्या में लोग फिल्म देखने पहुंचे। गुरुवार को कन्नड़ संगठनों के राज्यव्यापी बंद को देखते हुए वितरकों ने एक दिन पहले फिल्म रिलीज की। वहीं, कोलकाता में गुरुवार को 20 सिनेमाघरों में फिल्म रिलीज होगी। एसीपी सुप्रतिम सरकार ने बताया, कानून व्यवस्था की गड़बड़ी हुई तो पुलिस निपटने को तैयार है।
राजस्थान में किला बंद, हाईवे जाम
उपद्रवियों ने दिल्ली जयपुर हाईवे पर जाम लगाया और कई जगह आगजनी की। इससे राजमार्ग के दोनों ओर कई किमी लंबा जाम लग गया। वहीं, चित्तौडग़ढ़ किले को सुरक्षा के चलते बंद कर दिया गया है।
यूपी में ट्रेन रोकी
लखनऊ में करणी सेना ने मॉल के बाहर बवाल किया। एक कार्यकर्ता ने आत्मदाह का प्रयास किया। कानपुर में मल्टीप्लेक्स में तोडफ़ोड़ की गई। मथुरा में प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन रोकी।
मप्र में हिंसक प्रदर्शन, कार जलाई
मप्र फिल्म वितरकों और सिनेमाघर मालिकों ने फिल्म रिलीज न करने का फैसला किया है। डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ला ने कहा, हम सिनेमाघरों को सुरक्षा देंगे। बुधवार को प्रदर्शनकारियों ने भोपाल में कार फूंक दी।
चार राज्यों में नहीं दिखाएंगे…
सुरक्षा को देखते हुए फैसला किया गया है कि राजस्थान, मप्र, गुजरात और गोवा में पद्मावत फिल्म की स्क्रीनिंग नहीं की जाएगी।

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