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फिल्म पद्मावती पर विवाद से सुप्रीम कोर्ट खफा, कहा- बंद करो बेवजह की बयानबाजी

Published: Nov 28, 2017 03:36:13 pm

Submitted by:

Chandra Prakash

सुप्रीम कोर्ट ने ‘पद्मावती’ पर आधिकारिक पदों पर बैठे लोगों द्वारा की जा रही टिप्पणियों को लेकर आपत्ति जताई। कोर्ट ने कहा कि यह कानून का उल्लंघन है।

Padmavati controversy
नई दिल्ली: फिल्म पद्मावती पर छिड़ी वजह और विवाद पर सुप्रीम कोर्ट नाराजगी जताई है। मंगलवार को कोर्ट ने ‘पद्मावती’ पर आधिकारिक पदों पर बैठे लोगों द्वारा की जा रही टिप्पणियों को लेकर आपत्ति जताई। कोर्ट ने कहा कि यह कानून का उल्लंघन है।

हम कानून के शासन से शासित हैं
कोर्ट ने अपनी टिप्पणी में साफ साफ कहा कि जिम्मेदार पदों पर बैठे लोग फिल्म पर टिप्पणी न करें, क्योंकि इसका सेंसर बोर्ड पर प्रतिकूल प्रभाव हो सकता है। प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा, न्यायमूर्ति ए.एम. खानविलकर और न्यायमूर्ति डी.वाई.चंद्रचूड की पीठ ने कहा, हम कानून के शासन से शासित हैं।

सेंसर बोर्ड को अपना काम करने दें
पीठ ने कहा, “जब केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) के समक्ष मामला लंबित हो तो किसी जिम्मेदार पद पर बैठे किसी भी व्यक्ति को कोई टिप्पणी नहीं करनी चाहिए, क्योंकि यह कानून के शासन के सिद्धांत का उल्लंघन होगा।”

विदेशों में पद्मावती की रिलीज रोकने वाली याचिका खारिज
इसके साथ ही फिल्म पद्मावती की देश से बाहर रिलीजिंग को रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की गई याचिका को सर्वोच्च न्यायालय ने खारिज कर दिया है। इस याचिका को अधिवक्ता मनोहर लाल शर्मा ने दाखिल किया था और फिल्म की रिलीज को रोकने के लिए मांग की थी। सुप्रीम कोर्ट ने याचिका को खारिज करते हुए कहा है कि याचिकाकर्ता मनोहर लाल शर्मा ने दावा किया था कि फिल्म प्रोड्यूसर ने कोर्ट को गलत फैक्ट्स बताए थे कि गानों और प्रोमो को सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन से मंजूरी दी जा चुकी है।

ब्रिटेन में भी फिल्म रिलीज करने पर मिल रही है धमकी
याचिका में फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की मांग की गई थी। उधर, पद्मावती की ब्रिटेन में रिलीज भी टलती नजर आ रही है। यहां थिएटर मालिकों को धमकी दी गई है कि अगर दीपिका पादुकोण स्टारर इस मूवी को ब्रिटेन में रिलीज किया गया तो थिएटर में आग लगा दी जाएगी। आपको बता दें कि तय तारीख के अनुसार फिल्म 1 दिसंबर को रिलीज होनी है, लेकिन इससे पहले भारत में ही फिल्म 4 राज्यों में बैन की जा चुकी है।

धमकियों पर कोर्ट ने की ये टिप्पणी
वहीं संजय लीला भंसाली और एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण को कई संगठनों द्वारा दी जा रही धमकी को लेकर सर्वोच्च न्यायालय ने कहा, “इस प्रकार के बयान सेंसर बोर्ड के उनके रूल ऑफ लॉ के सिद्धांतो का उल्लंघन करते हैं और अभी तो फिल्म को प्रमाणित किया जाना बाकी है।

शर्मा ने की आपत्तिजनक सीन्स हटाने की मांग
मनोहर लाल शर्मा ने अपनी याचिका में फिल्म से आपत्तिजनक सीन्स को हटाने के लिए कहा है। साथ ही डायरेक्टर संजय लीला भंसाली पर केस चलाने की बात भी कही गई है। ये कोई पहली बार नहीं है जब सुप्रीम कोर्ट ने फिल्म पद्मावती के खिलाफ आई किसी याचिका को खारिज किया है। इससे पहले 10 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने रिलीज पर रोक की पिटीशन को खारिज कर दिया था। हाल ही में ब्रिटेन में भी फिल्म की रिलीज को हरी झंडी मिल गई थी। ब्रिटिश बोर्ड ऑफ फिल्म क्लासिफिकेशन (BBFC) सर्टिफिकेट ने फिल्म को रिलीज किए जाने की मंजूरी दे दी थी।

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