नवाज शरीफ का बड़ा खुलासा, कहा- मुशर्रफ के खिलाफ देशद्रोह का मामला शुरू करने पर अब मुझे मिल रही है सजा डर के साए में ग्रामीण भारतीय चौकियों और सीमा से सटे गांवों को निशाना बनाकर फायरिंग की जा रही है।रियाहशी इलाकों को निशाना बनाया जा रहा है। सीमावर्ती इलाकों में लोग दहशत के साए में रह रहे हैं।ग्रामीण घर छोड़कर पलायन करने पर मजबूर हैं।गोलीबारी की वजह से सीमावर्ती गावों से 40,000 से ज्यादा लोगों को अपना घर-बार छोड़कर सुरक्षित स्थानों की तरफ पलायन होना पड़ रहा है। कठुआ जिले में फायरिंग में कमी आई है, नागरिकों को अभी भी वापस जाने पर रोक है।रिहायशी इलाकों में हो रही फायरिंग के कारण यहां के बाशिंदे परेशान हैं। नागरिकों को समझ नहीं रहा है कि वे जाएं तो जाएं कहां। फायरिंग में 100 गांव प्रभावित बताए जा रहे हैं। लगाता ह रही फायरिंग की वजह से भारत ने अपना विरोध दर्ज कराया है। पाकिस्तान के उप उच्चायुक्त सैयद हैदर शाह को तलब किया गया। गौर करने वाली बात यह है कि सीमा पार से हो रही फायरिंग में दो दिन में पांच लोगों की मौत हो गई है। जिसमें एक मासूम बच्ची भी शामिल है। बता दें कि आतंक का पनाहगाह पाकिस्तान पिछले कुछ हफ्तों से जम्मू कश्मीर में लाइन ऑफ कंट्रोल के पास हीरानगर, सांबा, रामगढ़, अरनिया और सुचेतगढ़ इलाकों में लगातार भारी गोलीबारी कर सीजफायर तोड़ रहा है।