आचार्य बालकृष्ण (Acharya Balkrishna) ने बताया कि जैसे ही चीन के साथ पूरे विश्व में कोरोना महामारी ने दस्तक दी वैसे ही उन्होंने अपने संस्थान में हर विभाग को कोरोना के इलाज के लिए इस्तेमाल होने वाली दवा पर काम करने में लगा दिया था। जिसका सकारात्मक परिणाम अब सामने आया है। उन्होंने दावा किया कि पतंजलि की ओर से बनाई गई इस खास दवा का ना सिर्फ परीक्षण किया गया, बल्कि इसे पूरी तरह से तैयार भी कर लिया गया है। उनका कहना है कि इस दवा से 1 हजार से ज्यादा लोगों ठीक हुए हैं। करीब 80 प्रतिशत मरीजों में इसके अच्छे परिणाम देखने को मिले हैं।
उन्होंने बताया कि कोरोना की इस खास दवाई (Ayurvedic Medicine) को तैयार करने के लिए शास्त्रों, वेदों को पढ़कर उसे विज्ञान के फॉर्मूले में ढाला गया। जिसके परिणाम स्वरूप इस आयुर्वेदिक दवा को तैयार किया जा सका है। इसमें तमाम तरह की जड़ी बूटियों एवं आयुर्वेदिक चीजों का इस्तेमाल किया गया है। इसे बनाने में संस्थान के सभी वैज्ञानिकों (Scientists) ने रात-दिन कड़ी मेहनत की है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस दवा से देश के लोगों को भी लाभ मिल सकता है।