15 अगस्त को “वन रैंक वन पेंशन” की घोषणा कर सकते हैं PM मोदी
Published: Aug 11, 2015 12:48:00 pm
लंबे वक्त टलती आ रही पूर्व सैनिकों की “वन रैंक वन पेंशन” की मांग जल्द हो सकती है पूरी
नई दिल्ली। “वन रैंक वन पेंशन” के लिए पिछले 57 दिन से भूख हड़ताल कर रहे पूर्व सैनिकों को अब उम्मीद दिख रही है कि 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश को सम्बोधित करेंगे तब वे इसकी घोषणा कर सकते हैं। कुछ पूर्व सैनिकों ने कहा कि उनके पास पुख्ता संकेत हैं कि प्रधानमंत्री इसकी घोषणा करेंगे। वित्त मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय के बीच कुछ मुद्दों पर असहमतियों के बाद अब फाइल प्रधानमंत्री कार्यालय पहुंच गई है।
उल्लेखनीय है कि केन्द्र सरकार ने ओआर ओपी की मांग सैद्धान्तिक रूप से स्वीकार कर ली है। लोकसभा चुनाव में भाजपा के घोषणा पत्र में भी यह मुद्दा शामिल था। 57 दिनों से दिल्ली में भूख हड़ताल कर रहे पूर्व सैनिकों ने कहा है कि अगर अब भी इस स्कीम का एलान नहीं किया जाता है तो वे देश भर में विरोध प्रदर्शन करेंगे और पटना में महासंग्राम रैली करेंगे। आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव 2014 के दौरान यह मुद्दा भाजपा के मेनिफेस्टो में भी शामिल था। विशेषज्ञों का मानना है कि इस मुद्दे पर रक्षा और वित्त मंत्रालय अपनी-अपनी बातों पर अड़ा है।
क्या है पूर्व सैनिकों की मांग
पूर्व सैनिकों की मांग है कि एक रैंक पर रिटायर हुए सैनिकों की पेंशन एक समान होनी चाहिए। सैनिक एक पोस्ट और एक ही वक्त तक सर्विस के बाद रिटायर होते हैं, लेकिन उनकी रिटायरमेंट में कुछ सालों का फर्क होता है और इसी दौरान सेना में नया पे कमीशन लागू हो जाता है। इसके कारण बाद में रिटायर होने वाले सैनिक को नए पे कमिशन के हिसाब से पेंशन मिलती है, जबकि पहले रिटायर हुए सैनिक पुराने पे कमिशन के हिसाब से पेंशन मिलती है।