सिक्किम की राजधानी गंगटोक से करीब 30 किलोमीटर दूर स्थित यह राज्य का पहला हवाई अड्डा है। यह पाकयोंग ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा 4500 फीट की ऊंचाई पर बनाया गया है। 400 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला यह हवाई अड्डा 2017 में बना था। इसके ट्रायल का काम समाप्त हो चुका है। इससे बनाने में 605.59 करोड़ रुपए की लागत आई है। इसमें जियोटेक्निकल इंजीनियरिंग का इस्तेमाल किया गया है और यहां की मिट्टी में एयरपोर्ट की आवश्यकताओं के हिसाब से बदलाव किए गए हैं। खबरें आ रही हैं कि अक्टूबर के दूसरे हफ्ते से यहां विमानों का व्यावसायिक संचालन शुरू हो जाएगा।
सामरिक लिहाज से देखें तो एयरपोर्ट ‘मुश्किल समय’ में काम आ सकता है। यह एयरपोर्ट चीन सीमा से सिर्फ 60 किमी दूर है। यहां से उड़ने वाले भारतीय वायुसेना विमानों को चीन बॉर्डर तक पहुंचने में कुछ ही मिनट का समय लगेगा। यह एयरपोर्ट देश का 100वां वर्किंग एयरपोर्ट होगा। हाल ही में भारतीय वायुसेना का एक डोर्नियर 228 इस हवाई अड्डे पर ट्रायल के तौर पर उतारा गया था।
प्राकृतिक हरे-भरे पौधों, जंगलों, दर्शनीय घाटियों, पर्वतमालाओं और भव्य सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध सिक्किम पर्यटकों के लिए एक पसंदीदा जगह है। यहां पर हवाई सेवा न होने के कारण पर्यटकों को आने-जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। यदि किसी को सिक्किम आना होता था तो पहले उसे पश्चिम बंगाल के बागडोगरा हवाई अड्डे पर उतरना होता था, जो यहां से करीब 128 किलोमीटर दूर है। हालांकि अब राज्य में नए हवाई अड्डे के खुलने से पर्यटकों और आम नागरिकों को काफी फायदा पहुंचेगा। राज्य में पर्यटकों की संख्या में भी इजाफा होगा, जिससे लोगों को रोजगार मिलेगा।