वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि काशी संयम, समन्वय और संवेदनशीलता सिखा सकती है। काशी शांति, संयम, सहनशीलता। साधना, सेवा, समाधान सिखा सकती है। जिस तरह से महाभारत का युद्ध 18 दिन में जीता गया था, आज कोरोना के खिलाफ जो युद्ध पूरा देश लड़ रहा है, उसमें 21 दिन लगने वाले हैं। हमारी कोशिश है कि 21 दिन में जीत लिया जाए।
पीएम ने कहा कि कोरोना बीमारी के देखते हुए देशभर में व्यापक तैयारियां की जा रही है। सभी को इस समय घरों में रहना अति आवश्यक है। यही इस बीमारी से बचने का बेहतर उपाय है।
इस दौरान उन्होंने कहा कि समर्थवान लोग अगले 21 दिनों तक प्रतिदिन नौ गरीबों की मदद करने का प्रण लें तो अच्छा नवरात्र हो जाएगा।
इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसदीय क्षेत्र वाराणसी की जनता को संबोधित करते हुए कहा, “जो तकलीफें आज हम उठा रहे हैं, जो मुश्किल आज हो रही है, उसकी उम्र फिलहाल 21 दिन ही है। लेकिन कोरोना का संकट समाप्त नहीं हुआ, इसका फैलना नहीं रुका तो कितना ज्यादा नुकसान हो सकता है, इसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है।”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “ऐसे में जब देश के सामने इतना बड़ा संकट हो, पूरे विश्व के सामने इतनी बड़ी चुनौती हो, तब मुश्किलें नहीं आएंगी, सब कुछ अच्छा होगा, ये कहना अपने साथ धोखा करने जैसा होगा। अगर मैं कहूं कि सब कुछ ठीक है, सब कुछ सही है, तो मैं मानता हूं कि ये खुद को भी धोखा देने वाली बात होगी।”