विविध भारत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉन्च की गरीब कल्याण रोजगार योजना, घर के आस-पास ही मिलेगा काम

Coronavirus संकट के बीच PM Modi ने लॉन्च कर रहे Garib kalyan Rojgar Abhiyan
6 राज्यों के 116 जिलों को किया गया शामिल
बिहार के खगड़िया से शुरू की गई योजना, 50 हजार करोड़ रुपए की राशि होगी व्यय

Jun 20, 2020 / 12:20 pm

धीरज शर्मा

PM Narendra Modi

नई दिल्ली। देशभर में बढ़ रहे कोरोना वायरस ( Coroanvirus ) खतरे के बीच लॉकडाउन ( Lockdown ) के दौरान अपने घरों को लौटे प्रवासी मजदूरों ( Migrant Workers ) को सशक्त बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi ) ने बड़ा कदम उठाया है। पीएम मोदी ने ऐसे ही प्रवासी मजदूरों को रोजागार मुहैया करवाने के लिए गरीब कल्याण रोजगार अभियान ( Garib Kalyan Rojgar ) की शुरुआत की। पीएम मोदी ने बटन दबाकर एक ऑडियो विजुअल के जरिये इस योजना का शुभारंभ किया। इस वीडियो में बताया गया किस तरह लॉकडाउन के बीच केंद्र सरकार ने आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत कई योजनाओं के जरिये लोगों को रोजगार से जोड़ने की शुरुआत की।
इसके साथ ही गरीब कल्याण रोजगार योजना भी इसी कड़ी का एक हिस्सा है। इस योजना के तहत प्रवासी मजदूरों के जिन्होंने लॉकडाउन के बीच अपनी नौकरी या काम गंवाया है उन्हें उनके हुनर और रुचि के मुताबिक रोजगार दिेए जाएंगे।
ग्रामीण भारत में रोजगार मुहैया कराने के लिए पीएम मोदी शनिवार 20 जून को बिहार के खगड़िया से इसकी शुरुआत की। दिल्ली में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस अभियान को लॉन्च किया।

इस मौके पर गरीब कल्याण मंत्री नरेंद्र तोमर ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान बेरोजगार हुए लोगों के लिए ये योजना लाभकारी होगी। इस योजना के तहत 6 राज्यों के 116 जिलों को शामिल किया गया है। इस दौरान 6 राज्यों के मुख्यमंत्री भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये शामिल हुए।
कृषि और किसानों के बेवजह कानूनों से बांधकर रखा गया

पहले देश में कृषि और किसानों के बिना मतलब के कानूनों से बांध कर रखा गया था। लेकिन अब सरकार ने इन कानूनों को खत्म किया है। अब किसान कहां फसल बेचेंगे ये सरकार तय नहीं करेगी, बाबू और अधिकारी तय नहीं करेंगे। बल्कि किसान खुद तय करेगा। किसान राज्य के बाहर भी फसल बेच सकता है।
काम करें, सावधानी भी रखें

आप काम करें, खूब काम करें लेकिन साथ-साथ महामारी से बचाव के लिए सावधानी भी रखें। मास्क लगाएं, दो गज की दूरी का पालन भी जरूर करें।

गरीब अपने दम पर खड़ा हो, सशक्त हो
हमारे देश का गरीब अपने दम पर खड़ा हो, हम वो लोग हैं जो किसी के सहारे से नहीं बल्कि श्रम और संकल्प से खड़े होते हैं।

एक देश एक राशन कार्ड योजना
अब हमारे गरीब भाई बहन एक ही राशन कार्ड पर देश के किसी भी राज्य में किसी भी शहर में राशन ले सकेंगे। पहले पैसा ऊपर से निकलता लेकिन आप तक नहीं पहुंचता था। अब ऐसा नहीं होता है।
आत्मनिर्भर भारत अभियान की शुरुआत ही प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना से हुई थी। इस योजना पर कुछ ही सप्ताह के भीतर करीब-करीब पौने 2 लाख करोड़ रुपए खर्च किए गए। इन तीन महीनों में 80 करोड़ गरीबों की थाली तक राशन-दाल पहुंचाने का काम हुआ है।
श्रम एव जयते

पीएम मोदी ने कहा आप श्रम की पूजा करने वाले लोग हैं। आपको काम चाहिेए, रोजगार चाहिए इसी मकसद से सरकार ने इस योजना को बनाया है।

– कोरोना महामारी के समय में आपको गांवों में रहते हुए आपको किसी से कर्ज ना लेना पड़े। गरीब के स्वाभिमान को हम समझते हैं।
– गांव में ही आपके हुनर की पहचान की जाएगी। आपके कौशल के मुताबिक आपको काम दिया जाएगा।

बहनों को भी स्वयं सहायता समूहों के जरिये जोड़ा जाएगा।

गांवों में शहरों से ज्यादा इंटरनेट इस्तेमाल हो रहा है।
– सड़कों का निर्माण, जल योजना, पंचायत भवनों का निर्माण इस अभियान के तहत किया जाएगा। इसके साथ ही आधुनिक सुविधाओं से भी गांवों को जोड़ा जाएगा। शहरों की तरह भी सस्ता और तेज इंटरनेट पहुंचाया जाएगा। इस काम को भी गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत जोड़ा गया है।
50 हजार करोड़ रुपए की राशि के जरिये 25 कार्य क्षेत्रों की पहचान की गई है।ये काम गांव को बेहतर बनाने के लिए किे जाएंगे। ये काम अपनों के बीच में रहते हुए आपको करने का अवसर मिलेगा।
पीएम ने बताया कैसे मिली इस योजना की प्रेरणा

मुझे इस कार्यक्रम की प्रेरणा कुछ श्रमिक साथियों से ही मिली। मीडिया में लॉकडाउ के दौरान एक खबर देखी. ये यूपी के उन्नाव से थी वहां एक सरकारी स्कूल को क्वारंटीन केंद्र बनाया गया। वहां ज्यादा श्रमिकों को वहां रखा गया था। यहां रुके श्रमिकों की मास्टरी रंगाई पुताई में थी। उन्होंने सोचा कि हमारे हुनर का उपयोग करें। उन्होंने उस सरकार स्कूलों में क्वारंटीन में रहते हुए अपने हुनर से उस स्कूल का कायाकाल्प कर दिया।
श्रमिकों के इस काम को मैंने जाना तो इस बात ने मेरे मन को प्रेरणा दी और मुझे ये आइडिया आया। बस वहीं से इस योजना का जन्म हुआ।

– बिहार के खगड़िया से शुरू हो रहा गरीब कल्याण रोजगार अभियान इसी भावना को शुरू करने का बड़ा माध्यम है। 6 राज्यों के 116 जिलों में ये अभियान पूरे जोर शोर से चलाया जाएगा। हमारा प्रयास है कि इस अभियान के जरिये श्रमिकों और कामगारों को घर के पास ही काम दिया जाए। अभी तक आप अपने हुनर और मेहनत से शहरों के आगे बढ़ा रहे थे, शहरों के चमका रहे थे, शहरों का भला कर रहे थे। अब अपने इलाके और गांव को आगे बढ़ाएंगे।
– श्रमिक साथियों देश आपकी भावनाओं के समझता है और आपकी जरूरतों को भी समझता है।

– ये अभियान समर्पित है श्रमिक भाई-बहनों के लिए, ये अभियान उन लोगों के लिए है जो लॉकडाउन के दौरान अपने घर वापस लौटे। ये लोग अपने श्रम और मेहनत से अपने गांव के लिए काम करेंगे।
– गरीब के कल्याण के लिए, उसके रोजगार के लिए बहुत बड़ा अभियान शुरू हुआ।

– गांव के लोगों से बात कर

– 22 जून से पटना में कोरोना टेस्टिंग की आधुनिक मशीन लगने वाली है। एक दिन में 1500 टेस्ट हो सकेंगे।
– गांव के लोगों को शत-शत नमन

– पीएम मोदी ने कहा कोई आपकी पीठ थपथपाए ना थपथपाए मैं आपकी प्रशंसा करता रहूंगा।

– इस सफलता के पीछे हमारी ग्रामीण भारत की जागरूकता ने काम किया। हमारी पंचायत, चिकित्सा केंद्र और हमारे स्वच्छता अभियान की अहम भूमिका रही।
– ग्रामीण भारत की 85 करोड़ की जनसंख्या यूरोप के सारे देशों को मिला दें तो उससे भी ज्यादा। ये जन संख्या पूरे अमरीका, ऑस्ट्रेलिया, रूस को मिला दें तो उससे भी ज्यादा है। इतनी बड़ी संख्या का सफलता से मुकाबला करना बहुत बड़ी बता है। हर हिंदुस्तानी इसके लिए गर्व कर सकता है।
– 6 लाख से ज्यादा गांवों वाला हमारा देश जिनमें भारत की दो तिहाई से ज्यादा आबादी, करीब 85 करोड़ लोग जो गांवों में रहते हैं उस ग्रामीण भारत में कोरोना के संक्रमण को आप सब गांव वासियों ने प्रभावी तरीके से रोका है।
– भारत के गांवों ने कोरोना का जिस तरह मुकाबला किया है उसने शहरों को भी बहुत बड़ा सबक दिया है।

– पीएम मोदी ने कहा लॉकडाउन के दौरान जो जहां था उसे वहां मदद पहुंचाने की कोशिश की गई।
– इससे पहले पीएम मोदी ने कुछ ग्रामीणों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बातचीत भी की।

– बिहार से बात कर रहा हूं तो मैं विश्वास दिलाना चाहता हूं…देश आपके साथ है, देश सेना के साथ है।
– लद्दाख में हमारे वीरों ने जो बलिदान दिया है देश तो सेना पर गर्व करता ही है लेकिन आज जब हम बिहार के लोगों से बात कर रहा हूं तो गौरव के साथ इस बात का जिक्र करना चाहता हूं कि यह पराक्रम बिहार रेजिमेंट का है।
– हर बिहारी को इस पर गर्व है। जिन वीरों ने देश के लिए बलिदान दिया है उनके प्रति श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं। उनके परिजनों को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि देश आपके साथ है। देश सेना के साथ है। उज्जवल भविष्य के लिए कृत संकल्प है।
– इससे पहले नीतीश कुमार ने कहा कि गरीब कल्याण योजना से काफी लोगों को लाभ मिलेगा। नीतीश कुमार ने जीएसटी में छूट देने की मांग की। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने गरीब कल्याण योजना के जरिये लोगों की मदद का प्रयास किया है यह सराहनीय है।
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ऐसे काम करेगा अभियान
125 दिनों तक चलने वाले गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत देश के 116 जिलों में गांव वापस पहुंचे कम से कम हर जिले में 25000 प्रवासी मजदूरों को रोजगार देने दिया जाएगा।
50 हजार करोड़ रुपए का बजट
इसके तहत अब गांव में ही 25 तरह के इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े काम दिए जाएंगे, जिसके लिए 50 हजार करोड़ रुपए का बजट एलोकेट किया गया है।

इन राज्यों को मिलेगा लाभ
प्रधानमंत्री की ओर से शुरू किए जा रहे गरीब रोजगार कल्याण अभियान के तहत जिन राज्यों को लाभ मिलेगा उसमें बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, झारखंड और ओडिशा प्रमुख रूप से शामिल हैं।
बिहार के 32 जिले शामिल
इस योजना में सबसे ज्यादा बिहार के 32 जिलों को जोड़ा गया है। सरकार का दावा है कि मजदूरों की स्किल मैपिंग की गई है।

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6 राज्य 116 जिले
छह राज्यों के 116 जिलों के गांव कोविड-19 वैश्विक महामारी के मद्देनजर सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए साझा सेवा केंद्रों और कृषि विज्ञान केंद्रों के जरिए इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।
इसलिए पड़ी अभियान की जरूरत
दरअसल कोरोना महामारी के चलते देशभर में लॉकडाउन लागू करना पड़ा। इससे बड़े शहरों में सभी उद्योग-धंधे बंद हो गए। इसका असर ये हुआ कि बड़े पैमाने पर प्रवासी मजदूर अपने गांव लौट गए।
घर के आस-पास मिलेगा काम
अब केंद्र ने राज्य सरकारों के साथ मिलकर प्रवासी मजदूरों को उनके जिले में ही रोजगार देने के लिए एक योजना तैयार की है। इसका नाम ‘गरीब कल्याण रोजगार अभियान’ दिया गया है। इससे लोगों को अपने घर के ही आस-पास कई तरह के काम मिलेंगे।
आत्मनिर्भर भारत अभियान का हिस्सा
पीएम मोदी ने हाल में आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत 20 लाख करोड़ रुपए के आर्थिक पैकेज की घोषणा की थी। इस योजना को भी इसी अभियान का हिस्सा माना जा रहा है।
बिहार के खगड़िया से शुरुआत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 जून को बिहार के खगड़िया से गरीब कल्याण रोजगार अभियान को लॉन्च करेंगे, पीएम इस कार्यक्रम में वर्चुअली जुड़ेंगे। यह केंद्र सरकार की ओर से घोषित 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज का हिस्सा है।
इस योजना की लॉन्चिंग के मौके पर पीएम मोदी के साथ 6 राज्यों के मुख्यमंत्री और सबंद्ध मंत्रालय के मंत्री भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये जुड़ेंगे। इस अभियान की शुरुआत बिहार के खगड़िया जिले के बेलदौर ब्लॉक के तेलिहार गांव से होगी।

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