पीएम मोदी ने आगे कहा कि बीते वर्षों में देश corruption पर zero tolerance की approach के साथ आगे बढ़ा है। 2014 से अब तक प्रशासनिक, बैंकिंग प्रणाली, हेल्थ, शिक्षा, कृषि, श्रम हर क्षेत्र में सुधार हुए। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार केवल कुछ रुपयों की ही बात नहीं होती। एक तरफ भ्रष्टाचार से देश के विकास को ठेस पहुंचती है। साथ ही भ्रष्टाचार सामाजिक संतुलन को तहस-नहस कर देता है। देश की व्यवस्था पर जो भरोसा होना चाहिए, भ्रष्टाचार उस भरोसे पर हमला करता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अब DBT के माध्यम से गरीबों की मिलने वाला लाभ 100 प्रतिशत गरीबों तक सीधे पहुंच रहा है। अकेले DBT की वजह से 1 लाख 70 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा गलत हाथों में जाने से बच रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज ये गर्व के साथ कहा जा सकता है कि घोटालों वाले उस दौर को देश पीछे छोड़ चुका है। 2016 में मैंने कहा था कि गरीबी से लड़ रहे हमारे देश में भ्रष्टाचार का रत्ती भर भी स्थान नहीं है। भ्रष्टाचार का सबसे ज्यादा नुकसान अगर कोई उठाता है तो वो देश का गरीब ही उठाता है।