उन्होंने कहा कि ‘‘व्यवसाय करना सरकार का काम नहीं है, सरकारी कंपनियों को केवल इसलिए नहीं चलाया जाना चाहिए कि वे विरासत में मिली हैं।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि रुग्ण सार्वजनिक उपक्रमों को वित्तीय समर्थन देने से अर्थव्यवस्था पर बोझ पड़ता है।
पीएम मोदी ने सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों पर आयोजित वेबिनार में कहा कि बजट 2021-22 में भारत को ऊंची वृद्धि की राह पर ले जाने के लिए स्पष्ट रूपरेखा तय की गई है। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम घाटे में हैं, कइयों को करदाताओं के पैसे से मदद दी जाने की कोशिश है।
नुकसान देने वाले सार्वजनिक उपक्रमों को वित्तीय समर्थन से अर्थव्यवस्था पर भारी बोझ पड़ता है। सरकारी कंपनियों को केवल इसलिए नहीं चलाना चाहिए क्योंकि वे विरासत में मिली हैं। उन्होंने कहा व्यवसाय करना सरकार काम बिल्कुल नहीं है। सरकार का ध्यान जन कल्याण पर होना चाहिए।