पीएम ने वीरता पुरस्कार के नामित 49 बच्चों से कहा कि सिर्फ नेशनल अवॉर्ड मिलना और फोटो छपना ही सबकुछ नहीं है। जिंदगी बहुत बड़ी है। हमारे पास दो रास्ते हैं। पहला बात ये कि हमारे पैर जमीन पर नहीं टिकने देते। दूसरी बात ये कि अपने जीवन का एक लक्ष्य बनाते हैं। असल में जमीन में पैर रखना ही सब कुछ है। मैं चाहता हूं कि आप दूसरी तरह की आदतों को अपने अंदर न आने दें। लक्ष्य बनाएं कि मुझे बहुत कुछ करना है। अपने लिए कर्तव्यों पर बल दें, अधिकारों पर नहीं।
पीएम मोदी ने बच्चों की बहादुरी की सराहना करते हुए कहा कि साहस के बिना जीवन संभव नहीं है। मैं आपकी बहादुरी की कहानी सोशल मीडिया पर शेयर करुंगा। वह भी आपकी तस्वीर के साथ। आपकी कहानी ही मेरी प्रेरणा का कारण है। आप जैसे लोग अच्छे काम करोगे तो बहुतों को प्रेरणा मिलेगी।