इसका मतलब भारत अंतरिक्ष के क्षेत्र में एक बार फिर से इतिहास रचने के लिए तैयार है। पीएम मोदी कुछ देर पहले बेंगलूरु एयरपोर्ट पर उतरे। यहां पर कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला, मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा समेत तमाम नेताओं ने उनका स्वागत किया।
इसरो मुख्यालय में चंद्रयान-2 को लेकर पूरी तैयारियां की जा चुकी हैं। चंद्रयान-2 मिशन की सफलता के साथ ही पीएम मोदी को लाइव कवरेज के दौरान कोई परेशानी न आए, इसके लिए सारी व्यवस्थाएं जांच ली गई हैं।
चंद्रयान-2 से विक्रम लैंडर शनिवार को 1.30 am से लेकर 2.30 am के बीच चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा। सफलतापूर्वक यह पूरी प्रक्रिया होने के बाद भारत दुनिया का पहला ऐसा देश बन जाएगा, जो चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचेगा। जबकि रूस, अमरीका और चीन के बाद चांद की सतह पर पहुंचने वाला दुनिया का चौथा देश बन जाएगा।
देश की इस महत्वपूर्ण उपलब्धि का गवाह बनने के लिए पीएम मोदी खुद बेंगलूरु स्थित ISRO सेंटर में उपस्थित रहेंगे। सभी को पता है कि पीएम मोदी चंद्रयान-2 को लेकर काफी उत्साहित हैं। वह स्वयं 22 जुलाई को इस मिशन की शुरुआत से लेकर अब तक इसके हर अपडेट सीधे प्राप्त कर रहे हैं।
शनिवार को जब चंद्रमा की सतह पर भारत का विक्रम उतरेगा, तब इस मौके को वैज्ञानिकों के बीच लाइव देखने पीएम मोदी उनके साथ रहेंगे। पीएम मोदी के साथ इसरो केंद्र में 60-70 स्कूली बच्चे भी मौजूद रहेंगे।
कक्षा 8 से 10 में पढ़ने वाले यह बच्चे प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के जरिये देशभर के तमाम स्कूलों से चुनकर लाए गए हैं और चंद्रमा पर इस ऐतिहासिक पल का लाइव ब्रॉडकास्ट देखने के लिए पीएम मोदी के साथ मौजूद रहेंगे।
विक्रम लैंडर के चांद के दक्षिणी ध्रुव की सतह पर उतरने के बाद उसके भीतर से एक रोवर लैंडर बाहर निकलेगा। यह चंद्रमा की सतह पर तमाम तरह की रिसर्च करेगा। पीएम मोदी ने देशवासियों से अपील भी की है कि सभी इस ऐतिहासिक पल के गवाह बनें और अपनी तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर करें। जनता की कुछ तस्वीरों को स्वयं पीएम मोदी री-ट्वीट भी करेंगे।