तेलंगाना में जल्द चुनाव की अटकलें तेज, आज रैली में सीएम कर सकते हैं विधानसभा भंग का ऐलान पीएम मोदी ने बताया कि बैंक ने एक गुल्लक मुझे भी दी। हालांकि वो हमेशा खाली ही रहता था। कुछ समय बाद मैंने गांव छोड़ दिया, लेकिन गुल्लक वाला खाता चलता रहा। अधिकारियों को उसे हर वर्ष आगे बढ़ाना पड़ता था। बैंक अधिकारी खाता बंद करने के लिए मेरी तलाश में थे। आखिरकार 32 साल बाद अधिकारियों ने मुझे ढूंढ़ निकाला और खाता बंद करने के लिए संपर्क किया।
पीएम मोदी ने बताया, कि 32 वर्ष बाद उन्हें पता चला कि मैं किसी खास स्थान पर हूं फिर बैंक अधिकारी वहां आए और कहा, कृपया हस्ताक्षर कीजिए हमें आपका खाता बंद करना है। उन्होंने बताया कि जब वह गुजरात में विधायक बने और उन्हें वेतन मिलना शुरू हुआ तब उन्होंने ऑपरेशनल बैंक खाता खुलवाया।
मिशन 2019: भाजपा के खिलाफ बेगूसराय से चुनाव मैदान में ताल ठोकेंगे कन्हैया कुमार पीएम मोदी ने स्थानीय समूहों के साथ डाकियों के भावनात्मक जुड़ाव का जिक्र करते हुए कहा कि जनता का सरकार पर से विश्वास डगमगा सकता है लेकिन डाकिये से नहीं। मोदी ने कहा, कि दशकों पहले जब डाकिये एक गांव से दूसरे गांव जाता था तो डकैत और लुटेरे कभी पेास्टमैन पर कभी हमला नहीं करते थे क्योंकि वे जानते थे कि वह शायद वो पैसे ले कर जा रहा है जो किसी बेटे ने गांव में रहने वाली अपनी मां के लिए भेजे हैं।