प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के लोगों को चैन की नींद देने के लिए इन शहीदों ने अपनी कुर्बानी दी। सभी देशवासियों के मन में आक्रोश है। देश के सामने आयी इस चुनौती का सामना, हम सबको जातिवाद, सम्प्रदायवाद, क्षेत्रवाद और बाकि सभी मतभेदों को भुलाकर करना है ताकि आतंक के खिलाफ हमारे कदम पहले से कहीं अधिक दृढ़ हों, सशक्त हों और निर्णायक हों। उन्होंने कहा कि पुलवामा हमले के 100 घंटों के अंदर हमारे जवानों ने आतंकवादियों और उनके मददगारों के समूल नाश का संकल्प ले लिया है। मोदी ने कहा कि वह युवा-पीढ़ी से अनुरोध करेंगे कि वो, वीर शहीदों के परिवारों ने जो जज्बा दिखाया है, जो भावना दिखाई है उसको जाननें, समझने का प्रयास करें, देशभक्ति क्या होती है, त्याग-तपस्या क्या होती है, यह जानने के लिए हमें इतिहास की पुरानी घटनाओं की ओर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
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प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि स्वतंत्रता के बाद शहीद हुए सैनिकों की याद में इंडिया गेट के पास एक राष्ट्रीय युद्ध स्मारक बन कर तैयार हो गया है। उन्होंने कहा कि 25 फरवरी को हम करोड़ों देशवासी यह राष्ट्रीय युद्ध स्मारक अपनी सेना के सुपुर्द करेंगे। आपको बता दें कि पुलवामा में हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 44 जवान शहीद हो गए थे, जबकि इतने ही जवान गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इस घटना के बाद से देशवासियों में आतंक और पाकिस्तान को लेकर भारी रोष है। देशवासी सरकार से इस हमले की सीधे कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।