पीएमओ ने लौटाया राठे का मनीऑर्डर
मीडिया रिपोर्ट के मुताबित पीएमओ से मनीऑर्डर के पैसे वापस मिलने पर राठे हैरान रह गए। उन्होंने कहा कि मैंने इन पैसों इस मकसद से भेजा था कि शायद इससे किसानों का कुछ भला हो जाएगा। प्रधानमंत्री का ध्यान किसानों की समस्याओं की तरफ जाएगा। बताया जा रहा है कि पीएमओ ने किसान को मनीऑर्डर वापस भेजते हुए कहा कि हम किसी भी तरह मनीऑर्डर स्वीकार नहीं करते। अगर आपको पैसे भेजने ही हैं, तो वह आरटीजीएस (RTGS) या फिर किसी ऑनलाइन माध्यम से ट्रांसफर करें।
750 किलो प्याज के मिले थे 1064 रुपए
नासिक के निफाड तहसील निवासी संजय राठे ने कहा कि 29 नवंबर को लासलगांव प्याज की सबसे बड़ी मंडी में 750 किलो प्याज लेकर पहुंचे तो अढ़िताया ने कहा कि प्याज का दाम गिर गया है। जिसकी वजह से साढ़े सात क्विंटल प्याज के बदले उनको सिर्फ 1064 रुपए मिले। पूरे साल की कमाई सिर्फ 1064 रुपए देखकर मुझे बहुत धक्का लगा। जिसके बाद वो मंडी से सीधे पोस्ट ऑफिस पहुंचे औरप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 1064 रुपए का मनीऑर्डर नाम कर दिया। इसके लिए उन्हें 54 रुपए अलग से भी खर्च करने पड़े थे।
किसान के मनीऑर्डर ने पीएमओ में मचा दी खलबली
बता दें कि पीएमओ में साठे का मनीऑर्डर पहुंचते हड़कंप मच गया। पीएमओ ने मामला मीडिया की सुर्खियों में आता देख नासिक कलेक्टर को तुरंत मामले की जांच के आदेश दिए थे। जिसके बाद ब्लॉक अफसर ने संजय से संपर्क किया और उनसे घटना के बारे में जानकारी पूछी। इतना ही नहीं अधिकारियों के गांववालों से भी संजय और उनके राजनीतिक संबंधों को लेकर पूछताछ की थी। बताया जा रहा है कि नैताली गांव के पूर्व सरपंच राजेंद्र बोरगुडे ने कहा कि सरकारी अफसरों ने पूछा था कि क्या संजय किसी पार्टी से जुड़े तो नहीं हैं, यही वह लोग जानना चाहते थे। गनीमत रही कि साठे किसी भी राजनीतिक पार्टी से जुड़े नहीं है और उन्होंने गुस्से में यह गांधीगिरी का काम किया था।