बताया जा रहा है कि करेल की रहने वाली एक महिला काफी बीमार थी। वहां बॉर्डर क्रॉस करके लोग कर्नाटक इलाज कराने के लिए आते हैं। आरोप है कि पुलिस ने एंबुलेंस को जाने की इजाजत नहीं दी। जिसके कारण महिला मरीज की मौत हो गई। घटना कासरगौड़ सीमा के पास की है। 70 साल की एक महिला एम्बुलेंस में सवार होकर हॉस्पिटल जा रही थी, लेकिन पुलिस ने एम्बुलेंस को बॉर्डर पार करने से रोक दिया। वहीं, एलपीजी सिलेंडर ले जा रहे एक ट्रक को आगे जाने दिया गया। इस घटना को लेकर लोगों में कापी आक्रोश है। क्योंकि, पिछले कुछ दिनों से कई मरीज इस मनमानी का सामना कर चुके हैं।
बताया जा रहा है कि शुक्रवार को भी पुलिस ने इलाज के लिए मंगलुरू जा रहे एक शख्स को रोक दिया था। इसके अलावा एक प्रेगनेंट महिला को भी हॉस्पिटल जाने से रोक दिया गया था। बाद में एम्बुलेंस में ही महिला ने बच्चे को जन्म दिया। मामला अब राज्य के मुख्यमंत्री तक पहुंच चुका है और मुख्यमंत्री ने इस बाबत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से शिकायत की है। बताया जा रहा है कि केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने पीएम नरेंद्र मोदी को इस सिलसिले में चिट्ठी लिखी है। उन्होंने शिकात की है कि बॉर्डर को सील करके कर्नाटक की सरकार इमरजेंसी सर्विस की आवाजाही रोक रही है। इस पर जरूरी कदम उठाया जाए। यहां आपको बता दें कि लॉकडाउन के कारण सारी सीमाओं को सील कर दी गई है। हालांकि, हेल्थ और जरूरत सामानों लाने और ले जाने वालों को जानने की इजाजत दी गई है। इसके बावजूद इस तरह की घटनाएं हो रही है।