योग गुरु बाबा रामदेव ने आगामी लोकसभा चुनाव में एनडीए की वापसी वाले सवाल के जवाब में कहा कि यह कह पाना अभी मुश्किल है कि 2019 में एनडीए सत्ता में आएगी। योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा, ‘मैं न तो किसी का समर्थन करता हूं और न किसी का विरोध करता हूं। हमारा लक्ष्य सांप्रदायिक भारत या एक हिंदू भारत बनाने का नहीं है बल्कि हम एक आध्यात्मिक भारत और आध्यात्मिक विश्व बनाना चाहते हैं।’
बाबा रामदेव का यू टर्न
गौरतलब है कि 2014 में पीएम मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए योग गुरु रामदेव ने भी काफी माहौल बनाया था। लेकिन 4 साल के भीतर ही उनका ये बयान कई सवाल खड़े कर रहा है। बाबा रामदेव ने 2014 से लेकर अभी तक पीएम मोदी की कई नीतियों की तारीफ कर चुके हैं। लेकिन अचानक उनका यह बयान मोदी समर्थकों के लिए किसी झटका से कम नहीं है।
महागठबंधन का बढ़ रहा कुनबा
छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और राजस्थान के चुनावी नतीजों के आने के बाद देश की राजनीति में काफी बदलाव दिखा है। विपक्ष का कुनबा बढ़ता जा रहा है। हाल ही में एनडीए से अलग हुए उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी महागठबंधन का हिस्सा बनी है। उपेंद्र कुशवाहा ने NDA पर अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए पार्टी से अलग होने का फैसला किया। वहीं एनडीए के घटक दल का हिस्सा अपना दल ने भी राजग पर क्षेत्रियों पार्टियों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया है।