एक कार्यक्रम में बोल रहे थे टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन टाटा, असहिष्णुता को लेकर किए गए सवाल में बोले टाटा
नई दिल्ली। मशहूर भारतीय उद्योगपति रतन टाटा ने ‘असहिष्णुता’ को लेकर चल रही बहस के बीच कहा है कि, “किसी को क्या करना है, उसका फैसला करने की आजादी उसे होनी चाहिए और लोग क्या करें या क्या न करें, यह बताने में सरकार की कोई भूमिका नहीं होनी चाहिए। इससे दुनिया में हमारे देश की छवि बेहतर होगी।”
टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन टाटा ने यहां एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि, “यदि भारत को अभी और भविष्य में चमकना है तो लोगों को निर्णय करने की आजादी होनी चाहिए। सरकार निगरानी कर सकती है, लेकिन वह यह नहीं बता सकती कि लोग क्या करें।”