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शहीद गरुड़ कमांडो ज्योति प्रकाश निराला को मिला सर्वोच्‍च सम्‍मान अशोक चक्र

locationनई दिल्लीPublished: Jan 26, 2018 11:08:58 am

Submitted by:

Dhirendra

राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मरणोपरांत वायुसेना के गरुड़ कमांडो शहीद ज्योति प्रकाश निराला को अशोक चक्र से सम्मानित किया।

president award ashok chakra

shaheed JP Nirala

नई दिल्ली. गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने वायुसेना के शहीद गरुड़ कमांडो ज्योति प्रकाश निराला को शांतिकाल के सर्वोच्च सम्मान अशोक चक्र से सम्मानित किया। कमांडो ज्योति कश्मीर के बांदीपोरा में आतंकियों से लड़ते हुए शहीद हो गए थे। शहीद होने से पहले वायुसेना के इस जवान ने तीन खूंखार आतंकियों को मार गिराया था। उस एनकाउंटर में कुल छह आतंकियों को सेना के जवानों ने मार गिराया था। उन आतंकियों में लश्कर कमांडर लखवी का भतीजा उबैद उर्फ ओसामा और महमूद भाई शामिल था। शहीद निराला ने अपने घायल साथियों को अपनी जान पर खेलकर बचाया भी था।

सर्वोच्‍च सम्‍मान पाने वाले तीसरे वायुसैनिक

निराला शांतिकाल में वीरता का सर्वोच्च सम्मान पाने के बाद वायुसेना के तीन सदस्यों में शामिल हो गए हैं। निराला के पहले फ्लाइंग ऑफिसर निर्मलजीत सिंह सेखोन को 1971 के युद्ध में अद्भुत साहस दिखाने के लिए मरणोपरांत परमवीर चक्र दिया गया था। सक्‍वॉड्रन लीडर राकेश शर्मा को भी 1984 में अशोक चक्र दिया गया था।
Ashok chakra to norala
ग्राउंड आपरेशन के लिए सम्मान पाने वाले पहले वायु सैनिक
निराला जिस वक्त देश की रक्षा करते हुए शहीद हुए, उनकी उम्र सिर्फ 31 साल थी। बिहार के रोहतास जिले के रहने वाले निराला वायु सेना के पहले एयरमैन हैं, जिन्हें ग्राउंड ऑपरेशन के लिए मरणोपरांत यह सम्मान दिया जाएगा। इंडियन एयरफोर्स के किसी जवान को ग्राउंड ऑपरेशन के लिए दिया जाने वाला यह पहला अशोक चक्र सम्मान होगा, जो उन्हें मरणोपरांत दिया जाएगा। निराला के परिवार में बेटी और उनकी विधवा हैं। इसके साथ ही उनकी 3 अविवाहित बहनें और मां-बाप भी परिवार में हैं।
तलाशी के दौरान हुई मुठभेड़
सुरक्षा बलों को कश्मीर के हाजिन इलाके के चंदरगीर गांव में आतंकियों के होने की खुफिया सूचना मिली थी। सूचना के बाद सुरक्षाबलों ने वहां घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू कर दिया। इस दौरान आतंकियों से मुठभेड़ शुरू हो गई। आतंकियों से मुकाबला करते हुए ज्‍योति प्रकाश निराला अपनी मशीनगन से आतंकियों पर कहर बनकर टूट पड़े। उन्‍होंने मौके पर तीन आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया। हालांकि इस गोलीबारी में निराला को भी गोलियां लगीं और वो शहीद हो गए।
किसे दिया जाता है सर्वोच्‍च सम्‍मान
आपको बता दूं कि अशोक चक्र शांतिकाल के समय दिया जाने वाला सबसे बड़ा सैन्य सम्मान है। यह सम्मान सैनिकों और असैनिकों को असाधारण वीरता, शूरता या बलिदान के लिए दिया जाता है।
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