कृषि कानून को लेकर विपक्षी दल केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश में लगा हुआ है।
पश्चिम बंगाल विधानसभा ने तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ प्रस्ताव पारित करा।
ममता बनर्जी
नई दिल्ली। किसान बिलों को लेकर दिल्ली से लेकर पश्चिम बंगाल तक हंगामा मचा हुआ है। एक तरफ जहां देश भर के किसान इस बिल को किसान विरोधी बताकर वापस लेने की मांग कर रह हैं। वहीं विपक्षी दल इस मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश में लगा हुआ है।
कांग्रेस समेत 16 विपक्षी दल संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण का करेंगे बहिष्कार: आजाद पश्चिम बंगाल की टीएमसी सरकार केंद्रीय कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग कर रही है। गुरुवार को विधानसभा में इसे लेकर एक प्रस्ताव भी रखा गया। सदन में भारी हंगामे के बाद भाजपा विधायकों ने वाकआउट कर दिया। इसके बाद पश्चिम बंगाल विधानसभा ने तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ प्रस्ताव पारित करा।
सदन में सीएम ममता बनर्जी के अनुसार केंद्र को इन तीनों कानूनों को वापस लेना चाहिए या सत्ता छोड़ देनी चाहिए। भाजपा के विधायकों के हंगामे के बीच संसदीय कार्य मंत्री पार्थ चटर्जी ने किसान बिलों के खिलाफ प्रस्ताव पेश किया। इसके बाद ममता बनर्जी ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी को इन कानूनों को निरस्त करने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलानी होगी।
प्रस्ताव पेश किए जाने के बाद विधानसभा में भारी हंगामा देखने को मिला। भाजपा विधायक दल के नेता मनोज तिग्गा के नेतृत्व में पार्टी के विधायक सदन में आसन के करीब पहुंच गए। उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस सरकार कानूनों के खिलाफ भ्रामक अभियान चला रही है।