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पुलवामा अटैकः एनआईए ने शुरू की सबसे बड़ी कार्रवाई, 25 किमी दायरे में कुछ आतंकियों के छिपे होने की आशंका

locationनई दिल्लीPublished: Feb 16, 2019 10:49:25 am

पुलवामा अटैकः एनआईए ने शुरू की सबसे बड़ी कार्रवाई, 25 किमी दायरे में कुछ आतंकियों के छिपे होने की आशंका

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पुलवामा अटैकः एनआईए ने शुरू की सबसे बड़ी कार्रवाई, 25 किमी दायरे में कुछ आतंकियों के छिपे होने की आशंका

नई दिल्ली। पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर हुए आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने बयान में कहा था कि हमने सेना और सुरक्षा एजेंसियों को पूरी छूट दे दी है जो चाहे कार्रवाई की जाए। इसी कड़ी में एनआईए ने अपने पहली कार्रवाई शुरू कर दी है। इसके तहत बड़े स्तर पर जम्मू-कश्मीर में सर्च अभियान चलाया जा रहा है। पुलवामा में हमले के 48 घंटे पहले के सभी मैसेज और कॉले डिटेल खंगाले जा रहे हैं ताकि इनसे पुख्त सुरागों तक पहुंचा जा सके।

यही नहीं सुरक्षा बलों ने हादसे के 25 किमी तक के इलाके में अपनी जांच को तेज कर दिया है। माना जा रहा है कि हमले वाले स्थल के 25 किलोमीटर के अंदर बड़ी संख्या में आतंकी छिपे हो सकते हैं। इसी सूचना के आधार पर एनआईए और सुरक्षा बलों ने अपनी कवायद तेज कर दी है। बताया जा रहा है कि इंटरनेट सेवा को भी ठप कर दिया गया ताकि किसी भी तरह का कम्युनिकेशन आतंकियों की ओर से नहीं किया जा सके।
गांव में छिपे हैं कुछ आतंकी
पुलवामा के गांवों में 20 से 25 किमी के दायरे में आतंकियों की सघन तलाशी की जा रही है। सूचना मिली है कि इसी इलाके में कुछ आतंकी छिपे हुए हैं, जिन्हें ढूंढा जा रहा है। माना जा रहा है कि इन्हें जिंदा पकड़कर इनसे कई महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल की जा सकती है।
आरडीएक्स का किया गया इस्तेमाल
आपको बता दें कि हमले की जांच के लिए राष्‍ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) पुलवामा पहुंच चुकी है। शुरुआती जांच में जो बात सामने आई है उसके मुताबिक हमले के लिए आईईडी नहीं बल्कि आरडीएक्‍स का प्रयोग हुआ था। बताया जा रहा है कि हमलावर आदिल अहमद डार ने आरडीएक्‍स की मदद से इस आत्‍मघाती हमले को अंजाम दिया था। पहले इस बात की खबरें थीं कि हमले के लिए करीब 350 किलोग्राम विस्‍फोटक का प्रयोग किया गया है।
हमले के लिए बताया जा रहा है कि आरडीएक्‍स का प्रयोग किया गया था। अगर यह बात सही साबित होती है तो आरडीएक्‍स के इतने बड़े पैमाने पर प्रयोग की घटना करीब 11 वर्ष बाद हुई है। आखिरी बार साल 2008 में असम में आतंकी हमलों के लिए आरडीएक्‍स का प्रयोग हुआ था। पुलवामा हमला जिस बड़े स्‍तर पर अंजाम दिया गया है उससे माना जा रहा है छोटी-छोटी मात्रा में कई माह से आरडीएक्‍स को जम्‍मू कश्‍मीर में इकट्ठा किया जा रहा था। सीआरपीएफ सूत्रों के मुताबिक हमले के लिए करीब 80 किलोग्राम आरडीएक्‍स का प्रयोग किए जाने की संभावना है। वहीं एनआईए के अधिकारी हालांकि इससे कम मात्रा के प्रयोग की बात कह रहे हैं।
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