यही नहीं सुरक्षा बलों ने हादसे के 25 किमी तक के इलाके में अपनी जांच को तेज कर दिया है। माना जा रहा है कि हमले वाले स्थल के 25 किलोमीटर के अंदर बड़ी संख्या में आतंकी छिपे हो सकते हैं। इसी सूचना के आधार पर एनआईए और सुरक्षा बलों ने अपनी कवायद तेज कर दी है। बताया जा रहा है कि इंटरनेट सेवा को भी ठप कर दिया गया ताकि किसी भी तरह का कम्युनिकेशन आतंकियों की ओर से नहीं किया जा सके।
पुलवामा के गांवों में 20 से 25 किमी के दायरे में आतंकियों की सघन तलाशी की जा रही है। सूचना मिली है कि इसी इलाके में कुछ आतंकी छिपे हुए हैं, जिन्हें ढूंढा जा रहा है। माना जा रहा है कि इन्हें जिंदा पकड़कर इनसे कई महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल की जा सकती है।
आपको बता दें कि हमले की जांच के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) पुलवामा पहुंच चुकी है। शुरुआती जांच में जो बात सामने आई है उसके मुताबिक हमले के लिए आईईडी नहीं बल्कि आरडीएक्स का प्रयोग हुआ था। बताया जा रहा है कि हमलावर आदिल अहमद डार ने आरडीएक्स की मदद से इस आत्मघाती हमले को अंजाम दिया था। पहले इस बात की खबरें थीं कि हमले के लिए करीब 350 किलोग्राम विस्फोटक का प्रयोग किया गया है।