यह टीका गामालेया नेशनल रिसर्च सेंटर फॉर एपिडेमियोलोजी एंड माइक्रोबायोलॉजी और रूसी डायरेक्ट इनवेस्टमेंट फंड (आरडीआईएफ) द्वारा मिलकर तैयार किया गया है। भारत ने रूस से इस टीके की 10 करोड़ खुराक बनाई है।
नोबल अस्पताल के ‘क्लिनिकल रिसर्च डिपार्टमेंट’ के प्रमुख डॉ.एसके राउत के अनुसार मानव परीक्षण के तहत बीते तीन दिनों में 17 स्वस्थ स्वयंसेवकों को स्पुतनिक टीके का डोज दिया है। गुरुवार को यह प्रकिया शुरू हुई थी।
उन्होंने कहा कि जिन्हें टीका लगाया गया है, वे सभी अगले कुछ दिनों तक निगरानी में रहेंगे। डॉक्टरों ने कहा कि स्वयंसेवकों का चयन निर्धारित मानदंडों के अनुसार किया गया था, क्योंकि वे स्वस्थ होने चाहिए थे।