कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि आतंकवादी देविंदर सिंह को चुप कराने का सबसे अच्छा तरीका है कि मामले की जांच एनआईए करे। उन्होंने कहा कि एनआईए के मुखिया एक और मोदी ( वाई.के. मोदी ) हैं, जिन्होंने गुजरात दंगे और हरेन पांड्या की हत्या की जांच की थी। राहुल ने तंज कसते हुए कहा कि वाई.के. मोदी की देखरेख में मामला खत्म ही समझें। राहुल ने ट्विटर पर हैशटैग कौन चाहता है आतंकी दविंदर को शांत करना और क्यों?? ( हू वॉन्ट्स टेररिस्ट दविंदर साइलेंस्ड एंड व्हाई?? )” लिखा है।
राहुल ने एक दिन पहले गुरुवार को आतंकवादियों के साथ गिरफ्तार किए गए देविंदर सिंह के मामले पर प्रधानमंत्री की चुप्पी पर भी सवाल उठाए थे। साथ ही उन्होंने पुलवामा हमले में निलंबित डिप्टी एसपी की भूमिका पर भी सवाल उठाया था। राहुल ने गुरुवार को अपने ट्वीट में कहा था कि डीएसपी देविंदर सिंह ने अपने घर पर उन तीन आतंकवादियों को शरण दी, जिनके हाथ खून से रंगे हैं और उन्हें दिल्ली ले जाते हुए सिंह को पकड़ा गया। उन्होंने आगे कहा कि पूरे मामले की सुनवाई छह महीने के भीतर एक फास्ट ट्रैक कोर्ट में की जानी चाहिए और आरोपी के दोषी पाए जाने की स्थिति में राजद्रोह के लिए कठोरतम सजा मिलनी चाहिए।