इस वजह से लाया गया नियम
दरअसल चार्ट बनने के बाद कुछ सीटें खाली रह जाती हैं। ऐसे में इस योजना से जहां यात्रियों को सहूलियत मिलेगी तो वहीं रेलवे को भी फायदा पहुंचेगा। रेलवे के मुताबिक यात्रियों के टिकट रिफंड का ग्राफ तेजी से बढ़ता जा रहा है। इस योजना से उस ग्राफ में कमी की जा सकेगी।
दरअसल चार्ट बनने के बाद कुछ सीटें खाली रह जाती हैं। ऐसे में इस योजना से जहां यात्रियों को सहूलियत मिलेगी तो वहीं रेलवे को भी फायदा पहुंचेगा। रेलवे के मुताबिक यात्रियों के टिकट रिफंड का ग्राफ तेजी से बढ़ता जा रहा है। इस योजना से उस ग्राफ में कमी की जा सकेगी।
साइड बर्थ के लिए देना होगा कम किराया
रेलवे यात्रियों को नई सुविधाएं देने के साथ-साथ अब कमाई का नया जरिया खोजने में लगा है। इसके तहत रेलवे अब हवाई जहाज की तर्ज पर यात्रियों से किराया वसूली करेगा। जानकारी के मुताबिक रेलवे किराए को लेकर नए नियम बना रहा है। इसके तहत अगर आप विंडो सीट चाहते हैं तो फ्लाइट की तरह आपको ज्यादा किराया देना होगा। इसके साथ ही साइड बर्थ के लिए कम किराए की योजना बनाई जा रही है।
रेलवे यात्रियों को नई सुविधाएं देने के साथ-साथ अब कमाई का नया जरिया खोजने में लगा है। इसके तहत रेलवे अब हवाई जहाज की तर्ज पर यात्रियों से किराया वसूली करेगा। जानकारी के मुताबिक रेलवे किराए को लेकर नए नियम बना रहा है। इसके तहत अगर आप विंडो सीट चाहते हैं तो फ्लाइट की तरह आपको ज्यादा किराया देना होगा। इसके साथ ही साइड बर्थ के लिए कम किराए की योजना बनाई जा रही है।
पीक सीजन में देना होगा ज्यादा किराया
वहीं रेलवे पीक सीजन में ज्यादा किराया वसूलने पर भी विचार कर रहा है। इस प्लान के मुताबिक जैसे-जैसे सीटें भरेंगी किराए में बढ़ोत्तरी होती जाएगी। रेलवे और फ्लाइट के किराया बढ़ोत्तरी के नियमों में थोड़ा अंतर जरूर रहेगा। दरअसल फ्लाइट में 30 प्रतिशत सीटों पर बेसिक किराया लिया जाता है, जबकि रेलवे में 10 फीसदी सीटें भरते ही 10 फीसदी किराया बढ़ जाएगा।
वहीं रेलवे पीक सीजन में ज्यादा किराया वसूलने पर भी विचार कर रहा है। इस प्लान के मुताबिक जैसे-जैसे सीटें भरेंगी किराए में बढ़ोत्तरी होती जाएगी। रेलवे और फ्लाइट के किराया बढ़ोत्तरी के नियमों में थोड़ा अंतर जरूर रहेगा। दरअसल फ्लाइट में 30 प्रतिशत सीटों पर बेसिक किराया लिया जाता है, जबकि रेलवे में 10 फीसदी सीटें भरते ही 10 फीसदी किराया बढ़ जाएगा।