रेल यात्रा को ज्यादा सुरक्षित बनाने के लिए रेलवे ने गार्ड वाली क्रॉसिंग (Railway crossing) को हटाकर रोड ओवर ब्रिज और रोड अंडर ब्रिज बनाए हैं। रेलवे ने 2018-19 में 631 गार्ड वाली रेलवे क्रॉसिंग हटाईं। साल 2019-20 में 1274 रेलवे क्रॉसिंग खत्म की गईं। सुरक्षा बढ़ाने के लिए कुल 1309 रोड ओवरब्रिज और रोड अंडरब्रिज बनाए गए। इसके अलावा पुलों को पहले से बेहतर बनाया गया। साथ ही बड़े पैमाने पर पुरानी पटरियों को बदलकर नई पटरियां बिछाई गईं।
रेलवे कर्मचारियों के बेहतर प्रशिक्षण के लिए तकनीक का सहारा लिया गया। उन्हें सिग्नल प्रणाली में सुधार और सुरक्षा कार्यों में आधुनिक तकनीक की ट्रेनिंग दी गई। ट्रेनों में पुरानी बोगियों की जगह एलएचबी कोच जोड़े गए। ये पहले से ज्यादा सुरक्षित और आधुनिक हैं।
रेलवे ने साल 2019-20 के दौरान करीब 1367 पुलों की मरम्मत कराई। साथ ही 5181 किमी लंबे ट्रैक पर नई पटरियां बिछाईं। बताया जाता है कि ये एक साल में अब तक सर्वाधिक काम का रिकॉर्ड है। इतना ही नहीं रेलवे ने इस साल लेवल क्रॉसिंग (LC) को सिग्नलों के जरिये इंटरलॉक किया। साथ ही 84 स्टेशनों की सुरक्षा में सुधार के लिए उनमें मैकेनिकल सिग्नल बजाय इलेक्ट्रिकल या इलेक्ट्रॉनिक सिग्नल लगाए।