इन क्लोन ट्रेनों के चलने से गाजियाबाद, नोएडा, साहिबाबाद, दादरी और ग्रेटर नोएडा में रहने वालों को सबसे ज्यादा फायदा होगा। क्योंकि उन्हें ट्रेन पकड़ने के लिए नई दिल्ली स्टेशन नहीं जाना पड़ेगा। दिवाली और छठ में जाने वाले यात्री अब गाजियाबाद और साहिबाबाद से भी इन क्लोन ट्रेनों को पकड़ सकते हैं। अगर कोई ट्रेन दिल्ली से पटना जाने के लिए 6 बजे शाम को खुलती है और इसमें वेटिंग लंबी है तो आप ट्रेन छूटने के ठीक एक घंटे बाद उस ट्रेन की क्लोन ट्रेन को उस स्टेशन से पकड़ सकते हैं। इसमें आपको आसानी से सीट मिल जाएगी। इन स्पेशल ट्रेनों में 20 ट्रेनें वाया गाजियाबाद होते हुए लखनऊ, पटना, कानपुर और दरभंगा रुट पर चलेंगी. अधिकांश ट्रेनें गाजियाबाद और साहिबाबाद में रुकेंगी
क्लोन ट्रेन किसी भी ओरिजिनल ट्रेन के नाम की डुप्लीकेट रेलगाड़ी होती है। यह ट्रेन ओरिजिनल ट्रेन के रूट पर ही चलती है। ऐसी रेल को बिजी रूटों पर चलाया जाता है जहां पैसेंजर्स की संख्या काफी ज्यादा रहती है। क्लोन ट्र्रेनों की रफ्तार ओरिजिनल ट्रेनों से ज्यादा होती है। क्योंकि ये पूरी ट्रेन 3rd AC वाली होती हैं। इसके स्टॉपेज और हॉल्ट भी ओरिजिनल ट्रेनों के मुकाबले कम होते हैं।