जम्मू कश्मीर में नदियां हुईं बेकाबू, सेना-एनडीआरएफ ने तेज किया रेस्क्यू, अबतक तीन की मौत घाटी में बाढ़ नियंत्रण कक्ष और हेल्पलाइन की व्यवस्था विभाग ने बताया कि अनंतनाग, श्रीनगर और बांदीपोरा इलाकों में कई नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर आ गया है। हालात को देखते हुए घाटी के सभी जिलों में बाढ़ नियंत्रण कक्ष और हेल्पलाइन की व्यवस्था कर दी गई है। वहीं, डीएम भी राहत और बचाव की तैयारियों में लगे हुए हैं।
साथ ही घाटी के लोगों को जल स्रोतों के पास नहीं जाने को कहा गया है। बता दें कि श्रीनगर, अनंतनाग, पुलवामा, कुलगाम और अन्य जगहों पर जलभराव से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
भूस्खलन से अमरनाथ यात्रा स्थगित जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों में भारी बारिश के चलते भूस्खलन की भी घटनाएं सामने आ रही हैं। इसका प्रभाव अमरनाथ यात्रा पर भी देखने को मिल रहा है। भूस्खलन की घटनाओं से अमरनाथ की यात्रा को भी स्थगित करना पड़ा। खराब मौसम को देखते हुए श्रद्धालुओं को जम्मू कैंप पर ही रोका गया। भूस्खलन की वजह से कई रास्ते पूरी तरह से बह गए हैं, जिसके कारण दोनों ही रास्तों (पहलगाम और बालटाल) से यात्रा रुक गई है।
बाढ़ से अब तक 3 लोगों की मौत बाढ़ को देखते हुए राजधानी सहित मध्य कश्मीर के निचले इलाकों में भी चेतावनी जारी करते हुए लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है। बता दें कि जम्मू-कश्मीर में बाढ़ से अब तक 3 लोगों की मौत हो चुकी है।
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का हालचाल जाना गौरतलब है कि बाढ़ के हालात पर केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को जम्मू कश्मीर के राज्यपाल एन एन वोहरा से टेलीफोन पर बात की और बाढ़ प्रभावित इलाकों का हालचाल जाना। गृहमंत्री ने केंद्र से हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया है।